• Home
  • Delhi
  • अनिल अंबानी खुद को कंपनियों से दूर क्यों कर रहे हैं? जांच, कर्ज और संकट का बढ़ता दबाव !
Image

अनिल अंबानी खुद को कंपनियों से दूर क्यों कर रहे हैं? जांच, कर्ज और संकट का बढ़ता दबाव !

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:

अनिल अंबानी, जो कभी दुनिया के शीर्ष उद्योगपतियों में गिने जाते थे, आज अपनी ही स्थापित कंपनियों से दूरी बनाते दिख रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED), सेबी (SEBI) और अन्य जांच एजेंसियों की कार्रवाईयों के बीच उन्होंने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के बोर्ड और प्रबंधन से खुद को अलग कर लिया है। रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने साफ किया कि अंबानी अब कंपनियों के रोजमर्रा के कामकाज में शामिल नहीं हैं और 2007 से 2022 तक वे केवल गैर-कार्यकारी निदेशक थे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम कंपनियों को किसी भी नियामकीय कार्रवाई के प्रभाव से बचाने की रणनीति का हिस्सा है।

ED द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग और FEMA उल्लंघन की जांच के दौरान दो बार बुलाए जाने के बाद ग्रुप द्वारा यह ‘दूरी’ और अधिक स्पष्ट हो गई। कई मामलों में ग्रुप ने सफाई देकर यह बताने की कोशिश की है कि अनिल अंबानी की भूमिका अब कंपनियों से अलग है। कर्ज और संकट के कारण उनका व्यावसायिक साम्राज्य ताश के पत्तों की तरह ढहता गया। आरकॉम दिवालिया हो चुकी है, रिलायंस कैपिटल 70,000 करोड़ रुपये के कर्ज के कारण बिक गई और कई कंपनियों का नियंत्रण लेनदारों के हाथ में चला गया।

शेयर बाजार में भी इसका असर साफ दिख रहा है। इस वर्ष रिलायंस इंफ्रा में करीब 44% और रिलायंस पावर में 10% से अधिक गिरावट दर्ज की गई। अनिल अंबानी की कोशिश है कि उनकी व्यक्तिगत कानूनी मुश्किलों का असर कंपनियों पर न पड़े। हालांकि, निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ा है और बार-बार की जांचें स्थिति को और कठिन बना रही हैं।

आज सवाल यह है कि क्या अनिल अंबानी इस संकट से उबर पाएंगे? कभी 70 गुना सब्सक्रिप्शन पाने वाले रिलायंस पावर के आईपीओ का जादू अब फीका पड़ चुका है। फिलहाल उनका रुख यह संकेत देता है कि वे कंपनियों को बचाने के लिए खुद को पीछे कर चुके हैं। आने वाला समय बताएगा कि यह रणनीति उनके डूबते साम्राज्य को संभाल पाएगी या यह एक अंतिम मोड़ की शुरुआत है।

Releated Posts

EWS मेडिकल सीट :करोड़ों देकर ले रहे हैं महंगी PG सीटें, प्रमाणपत्र पर उठे सवाल

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: NEET PG 2025 में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) कोटे का दुरुपयोग सामने आने…

ByByHindustan Mirror NewsNov 25, 2025

चीन में अरुणाचल की महिला के साथ दुर्व्यवहार पर भारत का कड़ा विरोध

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: लंदन से जापान की यात्रा के दौरान शंघाई पुडोंग एयरपोर्ट पर अरुणाचल प्रदेश की निवासी…

ByByHindustan Mirror NewsNov 25, 2025

दतिया में BJP-RSS से जुड़े लोग बने BLO के सहयोगी, कांग्रेस ने उठाए सवाल; कलेक्टर ने माना त्रुटि

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) के दौरान BJP-RSS…

ByByHindustan Mirror NewsNov 25, 2025

SC में ओरल मेंशनिंग पर फिर रोक, नए CJI सूर्यकांत ने लागू किया नया नियम

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस सूर्यकांत ने पद संभालते ही सुप्रीम कोर्ट में…

ByByHindustan Mirror NewsNov 25, 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top