हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
भीड़ हिंसा से फिर दहला बांग्लादेश
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ एक और भयावह घटना सामने आई है। मैमनसिंह जिले के भलुका इलाके में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने इस घटना को ‘जघन्य अपराध’ करार देते हुए कड़ी निंदा की है।
आरएबी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों में से सात को रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने जबकि तीन को स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग स्थानों पर विशेष अभियान चलाए गए। पकड़े गए लोगों की उम्र 19 से 46 वर्ष के बीच बताई गई है।
क्या है पूरा मामला
यह घटना गुरुवार रात करीब 9 बजे की है। भलुका क्षेत्र में एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले दीपू चंद्र दास पर कथित तौर पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने उसे पकड़ लिया, एक पेड़ से बांधा और बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद भीड़ ने युवक के शव को सार्वजनिक रूप से आग के हवाले कर दिया। इस अमानवीय कृत्य ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
पुलिस का बयान
भलुका पुलिस के ड्यूटी ऑफिसर रिपन मिया ने बीबीसी बांग्ला को बताया कि युवक पर पैगंबर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद भीड़ ने कानून अपने हाथ में ले लिया। पुलिस के मुताबिक, घटना की जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश भी की जा रही है।
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ गई हैं। यूनुस के केयरटेकर सरकार का नेतृत्व संभालने के बाद से हिंदू समुदाय पर हमलों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। शुक्रवार को अंतरिम सरकार ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ‘नए बांग्लादेश’ में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।













