हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विधानसभा में 24,486.98 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि चालू वित्तीय वर्ष का मूल बजट 8 लाख 8 हजार करोड़ रुपये का था, जिसे अब इस अनुपूरक बजट के जरिए और मजबूत किया गया है।
मंत्री के अनुसार अनुपूरक बजट में राजस्व लेखा के अंतर्गत 18,379.30 करोड़ रुपये तथा पूंजी लेखा के अंतर्गत 6,127.68 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सरकार का उद्देश्य अधूरी योजनाओं को गति देना और विकास कार्यों को समय पर पूरा करना है।
अनुपूरक बजट में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर सृजित हों। इसके साथ ही पावर सेक्टर को सुदृढ़ करने, बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर भी ध्यान दिया गया है।
हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, मेडिकल शिक्षा, नगर विकास, टेक्निकल एजुकेशन, महिला एवं बाल कल्याण और गन्ना एवं चीनी मिल सेक्टर इस अनुपूरक बजट के प्रमुख फोकस क्षेत्र हैं। सरकार का दावा है कि इन क्षेत्रों में निवेश से आम जनता को सीधा लाभ मिलेगा और सामाजिक व आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
सरकार ने साफ किया कि अनुपूरक बजट प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और विकास की रफ्तार को तेज करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।















