हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 15अप्रैल: 2025,
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, अलीगढ़, चंदौली और फिरोजाबाद जिलों में जिलाधिकारी कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ईमेल के जरिए आई इन धमकियों के बाद पुलिस, बम निरोधक दस्ता और खुफिया एजेंसियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान चलाया।
बाराबंकी डीएम ऑफिस को ईमेल से धमकी, सुरक्षा एजेंसियों में मचा हड़कंप
बाराबंकी जिले के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले जिलाधिकारी कार्यालय को मंगलवार दोपहर धमकी भरा ईमेल मिला। मेल में कार्यालय को बम से उड़ाने की बात कही गई थी। इसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई।
बम स्क्वॉड, खुफिया एजेंसियों और पुलिस बल ने कार्यालय को चारों ओर से घेरकर सघन तलाशी अभियान शुरू किया। डीएम ऑफिस के सामने स्थित अधिवक्ता चेंबर तक को खंगाला गया। मौके पर खुद जिले के आला अधिकारी मौजूद रहे और पूरे ऑपरेशन की निगरानी की।
अलीगढ़ कलेक्ट्रेट को RDX से उड़ाने की धमकी
अलीगढ़ कलेक्ट्रेट को भी आरडीएक्स और आईईडी से उड़ाने की धमकी मिली। धमकी डीएम अलीगढ़ की आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजी गई थी। इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर को खाली कराया गया।
सीओ सिविल लाइन अभय पांडे और डॉग स्क्वॉड की टीम ने पूरे परिसर की बारीकी से जांच की। संदिग्ध वस्तुओं की तलाश में हर कोना छाना गया।
चंदौली डीएम कार्यालय भी निशाने पर, धमकी के बाद सुरक्षा कड़ी
चंदौली में भी डीएम कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। ईमेल मिलते ही कलेक्ट्रेट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बम निरोधक दस्ता और स्थानीय पुलिस टीम ने तत्काल जांच शुरू की।
कलेक्ट्रेट परिसर की गहन तलाशी ली गई और सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से सख्त कर दिया गया। पुलिस अब ईमेल भेजने वाले की पहचान करने में जुटी है।
फिरोजाबाद डीएम ऑफिस को भी मिली धमकी, जांच में कुछ नहीं मिला
फिरोजाबाद में भी डीएम कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इस धमकी के बाद बम निरोधक दस्ते और पुलिस ने सघन जांच की लेकिन वहां से कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, साजिश की आशंका
इन धमकियों को महज शरारत मानने के बजाय सुरक्षा एजेंसियां इसे किसी बड़ी साजिश की कड़ी मान रही हैं। सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और ईमेल भेजने वाले की तलाश की जा रही है।
इन घटनाओं ने जिलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।