हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
पहलगाम हमले को बताया सोची-समझी साजिश
जगद्गुरु शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पहलगाम में हिंदुओं पर हुए हमले को एक सोची-समझी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि धर्म पूछकर निर्दोष लोगों को मारना, बर्बरता की पराकाष्ठा है। यह आतंकियों की सीधी युद्ध चेतावनी है और अब सरकार को केवल निंदा नहीं, बल्कि कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सिंधु जल संधि को खत्म करने या पानी बंद करने की धमकी से आतंकवाद नहीं रुकेगा। सरकार को सबसे पहले हमले के दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाना चाहिए। इसके बाद सीमापार बैठे आतंक के आकाओं को सबक सिखाने के लिए युद्ध की तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “देश की जनता सरकार के साथ है।”
गोमाता संरक्षण अभियान की जानकारी
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने गोमाता के संरक्षण के अपने मिशन की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि देशभर में 33 करोड़ मतदाता तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जो गोमाता के संरक्षण के लिए समर्पित होंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में एक ‘गो सांसद’ नियुक्त किया जा रहा है, जिन्हें संसद में भेजा जाएगा ताकि गोसेवा को वास्तविक संरक्षण मिल सके।
आगरा में पत्रकारों से की वार्ता
स्वामी जी शुक्रवार को ग्वालियर होते हुए आगरा पहुंचे। आगरा में दयालबाग स्थित डॉ. दीपिका उपाध्याय के आवास पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने पहलगाम घटना और अन्य विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके पूर्व उन्होंने निर्माणाधीन आश्रम का भी अवलोकन किया।
हरिद्वार के लिए प्रस्थान
आगरा प्रवास के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सड़क मार्ग से हरिद्वार के लिए प्रस्थान कर गए। वहां वे बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया में सम्मिलित होंगे।