हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 8 मई : 2025,
संभल (उत्तर प्रदेश)।
उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर 2024 को हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल गुरुवार को एक बार फिर विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश हुए और अपना बयान दर्ज कराया। इससे पहले वह 6 मई को भी एसआईटी के सामने पेश होकर करीब पांच घंटे की लंबी पूछताछ का सामना कर चुके हैं।
शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की थी हिंसा
गत वर्ष 24 नवंबर को संभल शहर के कोर्ट गर्वी इलाके में स्थित शाही जामा मस्जिद में चल रहे दूसरे दौर के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस घटना में 4 लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि कई पुलिसकर्मियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए थे। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था और एसआईटी को जांच सौंपी गई।
हिंदू पक्ष का दावा— जामा मस्जिद हरिहर मंदिर की जगह बनी
हिंसा के केंद्र में रहे विवाद को लेकर हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद उस स्थल पर बनी है, जहाँ पहले हरिहर मंदिर स्थित था। इसी के मद्देनजर मस्जिद का सर्वेक्षण कराया जा रहा था, जिसके दौरान यह हिंसा हुई।
सुहैल इकबाल और सांसद जियाउर रहमान बर्क आरोपी
इस मामले में सुहैल इकबाल के साथ-साथ संभल से सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क को भी आरोपी बनाया गया है। जांच एजेंसियां मामले से जुड़े हर पहलू की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं।
जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं— सुहैल इकबाल
एसआईटी के समक्ष पेशी के बाद मीडिया से बातचीत में सुहैल इकबाल ने कहा,
“एसआईटी ने मुझे आज पूछताछ के लिए बुलाया और मैं जांच में पूरा सहयोग देने आया हूं। दो दिन पहले भी मुझसे पांच घंटे तक पूछताछ हुई थी और मैंने हर सवाल का जवाब दिया था। जब भी बुलाया जाएगा, मैं हाजिर रहूंगा।”
एसआईटी कर रही है हर पहलू की जांच
एसआईटी इस संवेदनशील मामले की गहराई से जांच कर रही है। विभिन्न पक्षों से पूछताछ की जा रही है और घटनास्थल से जुड़े तथ्यों को भी खंगाला जा रहा है। सुहैल इकबाल की लगातार पेशी से यह साफ है कि जांच एजेंसी कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती।