हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑15 मई : 2025
नई दिल्ली: NEET 2025 की परीक्षा अब समाप्त हो चुकी है और देशभर के लाखों छात्र अब रिजल्ट और कटऑफ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी मेडिकल के अभ्यर्थियों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कटऑफ कितनी जाएगी और क्या उनके स्कोर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीट मिल पाएगी या नहीं।
पेपर का स्तर रहा संतुलित लेकिन मुश्किल
NEET 2025 का पेपर इस बार संतुलित तो रहा लेकिन छात्रों और एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा कठिन भी रहा। खासकर फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन में कई सवालों ने छात्रों को उलझाया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार पेपर की कठिनाई के चलते कटऑफ में 45 से 65 अंकों तक की गिरावट देखी जा सकती है।
AIIMS दिल्ली की कटऑफ में आ सकती है गिरावट
यदि पिछले वर्षों के आंकड़ों की बात करें तो AIIMS दिल्ली जैसे टॉप मेडिकल कॉलेज में सामान्य श्रेणी के लिए कटऑफ अक्सर 710-715 अंकों के बीच रही है। लेकिन इस साल का पेपर अपेक्षाकृत कठिन होने की वजह से विशेषज्ञों का अनुमान है कि AIIMS दिल्ली की संभावित कटऑफ 660 से 670 अंकों के बीच जा सकती है। यह बदलाव उन छात्रों के लिए राहत की खबर है जो 700 के करीब स्कोर नहीं कर पा रहे हैं।
कितने नंबर पर मिल सकती है सरकारी MBBS सीट?
NEET विशेषज्ञों के अनुसार इस बार 550 से 580 अंकों पर भी छात्रों को देश के अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS सीट मिलने की संभावना बन सकती है। हालांकि यह सीट की उपलब्धता, राज्य कोटा और आरक्षण नीति पर भी निर्भर करेगा।
क्या करें छात्र? रिजल्ट से पहले की तैयारी
रिजल्ट से पहले ही छात्रों को कुछ जरूरी तैयारियाँ शुरू कर देनी चाहिए:
- अपना संभावित स्कोर आंसर की के आधार पर कैलकुलेट करें।
- कॉलेजों की प्रायोरिटी लिस्ट बनाएं कि कौन से कॉलेजों में आवेदन करना चाहते हैं।
- काउंसलिंग प्रक्रिया को अच्छे से समझें, ताकि समय रहते विकल्प लॉक किए जा सकें।
- आवश्यक डॉक्युमेंट्स जैसे आधार कार्ड, 12वीं की मार्कशीट, डोमिसाइल, कास्ट सर्टिफिकेट आदि तैयार रखें।
NEET 2025: आगे क्या?
NEET का रिजल्ट आने के बाद NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की ओर से काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अंतर्गत छात्रों को अपनी रैंक के अनुसार कॉलेज और कोर्स का चयन करना होगा। राउंड वाइज़ काउंसलिंग, सीट अलॉटमेंट, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन और एडमिशन फीस जैसे चरणों को पूरा करना अनिवार्य होगा।