हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑17 मई : 2025
अलीगढ़, 17 मई। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अंतर्गत संचालित एबीके हाई स्कूल (गर्ल्स) में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक चार दिवसीय विशेष योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाना, उसकी प्राचीन भारतीय परंपरा को समझाना और इसके शारीरिक व मानसिक लाभों को उजागर करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत कक्षा दसवीं की छात्राओं द्वारा आयोजित एक विशेष सभा से हुई, जिसमें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उसकी वैश्विक स्वीकृति और मानव जीवन में इसके महत्व पर प्रकाश डाला गया। छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार नियमित योगाभ्यास तनाव कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और स्वास्थ्य सुधारने में सहायक होता है।
सभा के उपरांत छात्राओं ने स्कूल के खेल शिक्षक श्री जीशान नवाब के मार्गदर्शन में विभिन्न योग आसनों का अभ्यास किया। उन्होंने खड़े होकर और बैठकर किए जाने वाले योग मुद्राओं का अभ्यास करवाया, जैसे ताड़ासन, त्रिकोणासन, वज्रासन, भुजंगासन आदि। साथ ही, उन्होंने प्रत्येक योगासन के लाभों की वैज्ञानिक और व्यावहारिक जानकारी भी छात्राओं को दी। छात्राओं ने पूरे उत्साह और अनुशासन के साथ इन अभ्यासों में भाग लिया।

चार दिन तक चली इस कार्यशाला में अनेक रचनात्मक और सहभागिता पर आधारित गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। इनमें योगिक आसन सत्रों के अतिरिक्त ध्यान अभ्यास, निबंध लेखन प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग और भाषण प्रतियोगिताएं भी शामिल थीं। इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य छात्राओं को योग के विविध आयामों से परिचित कराना और उनके भीतर एक स्वस्थ जीवन शैली के प्रति रुचि विकसित करना था।
विद्यालय के शिक्षकों ने भी इस कार्यशाला में सक्रिय भागीदारी निभाई और छात्राओं को योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाने हेतु प्रेरित किया। शिक्षकों की सहभागिता से कार्यशाला और अधिक समावेशी, प्रेरणादायक और सफल सिद्ध हुई।
कार्यशाला का समापन विद्यालय की उपप्राचार्या डॉ. सबा हसन के प्रेरणास्पद संबोधन से हुआ। उन्होंने छात्राओं से कहा कि योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे योग को नियमित रूप से अपनाएं ताकि बेहतर मानसिक संतुलन, शारीरिक स्वास्थ्य और अध्ययन में एकाग्रता प्राप्त की जा सके।
अंत में कार्यशाला की समन्वयक डॉ. फरहत परवीन ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ विद्यार्थियों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।