हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14 मई : 2025,
नई दिल्ली: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। इस ऑपरेशन के बाद देश में सुरक्षा हालात को देखते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। अब उनके काफिले में एक हाई-सेक्योरिटी बुलेटप्रूफ कार को शामिल कर लिया गया है।
जयशंकर को मिली Z श्रेणी की सुरक्षा, क्यों लिया गया यह फैसला?
एस. जयशंकर को पहले से ही Z कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में उनकी अहम भूमिका को देखते हुए अब उनकी सुरक्षा में और भी कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन से पहले और बाद में जयशंकर ने लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उच्चस्तरीय सुरक्षा और रणनीतिक बैठकों में भाग लिया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत के कई क्षेत्रों में आतंकी हमले की कोशिशों के इनपुट्स सामने आए हैं, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने एस. जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की थी। अब उनके आवास के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
एस. जयशंकर की बुलेटप्रूफ कार में क्या-क्या है खास?
विदेश मंत्री के लिए जो बुलेटप्रूफ गाड़ी तैनात की गई है, वह पूरी तरह अत्याधुनिक सुरक्षा मानकों से लैस है। इसमें मौजूद सुविधाएं इस प्रकार हैं:
- बुलेटप्रूफ विंडोज और बॉडी: गाड़ी के शीशे मोटे लैमिनेटेड और मल्टी-लेयर बुलेटप्रूफ ग्लास से बने होते हैं, जो AK-47 जैसी हाई पावर राइफल की गोलियों को भी रोक सकते हैं।
- रन-फ्लैट टायर्स: यदि गाड़ी के टायर किसी विस्फोट या गोली से क्षतिग्रस्त हो जाएं, तब भी यह कार 50 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करने में सक्षम है।
- सेल्फ-सीलिंग फ्यूल टैंक: विस्फोट की स्थिति में भी फ्यूल टैंक में आग न लगे, इसके लिए टैंक को विशेष सेल्फ-सीलिंग तकनीक से बनाया गया है।
- GPS और ट्रैकिंग सिस्टम: कार में आधुनिक GPS ट्रैकिंग और लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम लगा है, जो सुरक्षा एजेंसियों को हर समय गाड़ी की लोकेशन की जानकारी देता है।
- एयर फिल्ट्रेशन सिस्टम: रासायनिक या जैविक हमले की स्थिति में यात्रियों को सुरक्षित रखने के लिए कार में एडवांस एयर प्यूरीफिकेशन और फिल्ट्रेशन सिस्टम मौजूद है।
भारत-पाक तनाव: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बनी गंभीर स्थिति
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा हो रही है। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के कई हिस्सों में हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों की सतर्कता से वे प्रयास नाकाम हो गए।