हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14 मई : 2025,
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय के डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना की वीरता, शौर्य और योगदान की सराहना करते हुए सेना को देश की सुरक्षा और अखंडता का मजबूत स्तंभ बताया।
भारतीय सेना पर जताया गर्व
अखिलेश यादव ने कहा, “हमारी सेना दुनिया की सबसे बहादुर और मजबूत सेनाओं में से एक है। हमें इस पर गर्व है कि हमारी सेना ने हर चुनौती में देश का मान बढ़ाया है।” उन्होंने यह भी कहा कि देश की रक्षा और एकता को बनाए रखने में भारतीय सेना की भूमिका सर्वोपरि रही है।
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर का किया स्मरण
सपा प्रमुख ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने राजस्थान स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर में शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने कहा, “यही वह संस्थान है जहां से मुझे अनुशासन, देशभक्ति और पराक्रम की सच्ची शिक्षा मिली। यह स्कूल देश सेवा की भावना को निखारने वाला केंद्र है।”
उन्होंने स्कूल के आदर्श वाक्य ‘शीलम परम भूषणम्’ को उद्धृत करते हुए कहा कि यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि यह सच्चे नागरिक बनने का मार्गदर्शक है, जो अनुशासन, नैतिकता और बलिदान की भावना को संजोता है।
उत्तर प्रदेश में नए मिलिट्री स्कूलों की उठाई मांग
अखिलेश यादव ने युवाओं को रक्षा सेवाओं से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नए मिलिट्री स्कूलों की स्थापना की वकालत की। उन्होंने लखनऊ, सहारनपुर, कन्नौज, इटावा, वाराणसी और संत कबीर नगर जैसे प्रमुख जिलों में ऐसे स्कूलों को खोलने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “युवाओं को सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि एक मिशन की जरूरत है — देश सेवा का मिशन। मिलिट्री स्कूल सिर्फ शिक्षा का केंद्र नहीं होते, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की पाठशाला होते हैं।”
सरकार से की सकारात्मक पहल की उम्मीद
सपा अध्यक्ष ने आशा जताई कि वर्तमान सरकार देश की सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में मिलिट्री स्कूलों की स्थापना के संबंध में जल्द ही गंभीर और ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल युवाओं को नई दिशा देगी और उन्हें आत्मनिर्भर, अनुशासित तथा राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत बनाएगी।
सपा नेताओं की रही उपस्थिति
इस मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, विधायक समर पाल सिंह, हिमांशु यादव, तस्लीम अहमद, पूर्व सांसद एस.टी. हसन, अरविंद सिंह, पूर्व एमएलसी मधु गुप्ता, रामवृक्ष यादव, जावेद आब्दी, और सलामतुल्ला प्रमुख रूप से शामिल रहे।
उत्तर प्रदेश में मिलिट्री स्कूलों की स्थिति
गौरतलब है कि देश में मिलिट्री स्कूलों की स्थापना का मूल उद्देश्य युवाओं को सेना के लिए तैयार करना, उनमें अनुशासन और राष्ट्र सेवा की भावना को सुदृढ़ करना है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में बहुत ही सीमित संख्या में मिलिट्री स्कूल हैं, और लंबे समय से इनकी संख्या बढ़ाने की मांग उठती रही है।