हिन्दुस्तान मिरर न्यूज-
शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में जनजीवन को प्रभावित कर दिया। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार 20.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, साथ ही सोमवार तक गरज-चमक के साथ मध्यम बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
तेज बारिश के कारण केला-नगर, रेलवे रोड अंडरपास और रामघाट रोड पर 2–3 फीट पानी भर गया। इस दौरान दो कारें फँस गईं जिन्हें क्रेन की मदद से निकाला गया। नगर निगम ने राहत कार्य के लिए 12 पम्प-सेट और 4 जेटिंग मशीनें तैनात कीं। साथ ही 60 सफाईकर्मियों की टीम ने नालों से सिल्ट हटाने का कार्य शुरू किया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश का असर देखने को मिला। धौर्रा माफी और जट्टारी ब्लॉक के खेतों में पानी भरने से धान की नर्सरी को लाभ हुआ, लेकिन मूंगफली की फसल में पीलापन रोग का खतरा बढ़ गया है। कृषि विभाग ने किसानों को खेतों से पानी की निकासी के लिए मेड़ काटने और यूरिया का छिड़काव न करने की सलाह दी है।
विद्युत आपूर्ति पर भी बारिश का असर पड़ा। विभाग ने 17 फॉल्ट सुधारकर बिजली बहाल की, लेकिन शाम तक 42 गाँवों में ट्रिपिंग की समस्या बनी रही।
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव क्षेत्र के कारण अगले 48 घंटे में 30–50 मिमी अतिरिक्त वर्षा हो सकती है। नागरिकों को बिजली के पोल और जलभराव वाले रास्तों से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
प्रशासन ने स्कूल बस रूट पर पानी निकासी सुनिश्चित करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को विशेष निर्देश दिए हैं ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा बनी रहे। इस बीच, नगर निगम और बिजली विभाग ने अगले 2 दिनों तक अलर्ट मोड पर रहने की घोषणा की है।
बारिश से जहां किसानों को कुछ फसलों में लाभ की उम्मीद है, वहीं शहरी और ग्रामीण इलाकों में जलभराव व बिजली समस्या ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक रूप से जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाएं।