हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
प्रो. नवाब अली खान ने मैक्सक्यूडीए गुणात्मक शोध कार्यशाला में दिया मुख्य व्याख्यान
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय के पूर्व अध्यक्ष एवं डीन, प्रो. नवाब अली खान ने आईबीएम (एएमयू) और यूनिवर्सिटी ऑफ बुरैमी, ओमान द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला “गुणात्मक दृष्टिकोण की खोज: मैक्सक्यूडीए पर व्यावहारिक प्रशिक्षण” में मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि मानव व्यवहार, सामाजिक पैटर्न और संदर्भ-आधारित विश्लेषण को समझने के लिए गुणात्मक अनुसंधान अत्यंत आवश्यक है। प्रभावी शैक्षणिक शोध के लिए विधागत अनुशासन, डेटा की सटीक व्याख्या और विस्तृत विवरणात्मक साक्ष्य आवश्यक होते हैं।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को मैक्सक्यूडीए सॉफ्टवेयर पर गुणात्मक डेटा विश्लेषण में दक्ष बनाना था। इस अवसर पर आईबीएम ने एएमयू वाणिज्य विभाग को 15 मैक्सक्यूडीए लाइसेंस निःशुल्क प्रदान किए, जिससे शोधरत विद्यार्थियों को गुणात्मक विश्लेषण में तकनीकी सहायता मिलेगी। इस पहल से एएमयू में अनुसंधान संस्कृति और मजबूत होगी तथा शोधार्थियों को अंतरराष्ट्रीय मानक के उपकरणों के उपयोग का अनुभव प्राप्त होगा।
📌 प्रो. शम्सुल हयात पोलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ बायलिस्टॉक में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त
एएमयू के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक प्रो. शम्सुल हयात को यूनिवर्सिटी ऑफ बायलिस्टॉक (पोलैंड) में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त किया गया है। यह सम्मान उन्हें उनके पौध हार्मोन, नैनो-विज्ञान और अकार्बनिक तनाव-शारीरिकी (Abiotic Stress Physiology) पर किए गए वैश्विक स्तर के अनुसंधान के लिए प्रदान किया गया।
प्रो. हयात ने सिद्ध किया है कि ब्रैसिनोस्टेरॉयड्स और सैलिसिलिक अम्ल जैसे पौध हार्मोन प्रकाश संश्लेषण को बढ़ाने, एंटीऑक्सीडेंट सिस्टम को नियंत्रित करने और पौधों को पर्यावरणीय तनाव से बचाने में सहायक हैं। उनके 27,000 से अधिक उद्धरण (Citations) और एच-इंडेक्स 77 है, जो उन्हें भारत के सर्वाधिक उद्धृत वैज्ञानिकों में शामिल करता है।
यह नियुक्ति भारत और पोलैंड के बीच संयुक्त अनुसंधान, छात्र-शोध आदान-प्रदान और वैज्ञानिक सहयोग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
📌 एएमयू सामुदायिक चिकित्सा विभाग का ईफीकॉन-2025 में शानदार प्रदर्शन
एएमयू जे.एन. मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग ने एआईआईएमएस, नई दिल्ली में आयोजित ईफीकॉन-2025 (Epidemiology Foundation of India) सम्मेलन में प्रभावशाली भागीदारी दर्ज की। विभागाध्यक्ष प्रो. उजमा इरम और प्रो. सायरा महनाज के नेतृत्व में विभिन्न शोध प्रस्तुत किए गए।
प्रो. सायरा महनाज ने “मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” पर मुख्य व्याख्यान दिया। डॉ. सलमान शाह ने टाइप-2 डायबिटीज़ रोगियों पर डिजिटल हस्तक्षेप के प्रभाव पर अध्ययन प्रस्तुत किया।
डॉ. यासिर जुबैर ने ग्रामीण छात्रों में नेत्र स्वास्थ्य शिक्षा पर शोध पेश किया, जबकि डॉ. रिया ने वृद्ध नागरिकों में अकेलेपन और अवसाद के संबंध पर प्रस्तुति दी।
डॉ. चंद्रमौली मित्रा और डॉ. शाफिया शफीक ने एपिमिक्स-2025 राष्ट्रीय क्विज प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया। यह प्रदर्शन विभाग की शैक्षणिक तथा शोध क्षमता को रेखांकित करता है।
📌 डॉ. जैद मुस्तफा अलवी ने चीन में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया व्याख्यान
एएमयू विमेंस कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग के विद्वान डॉ. जैद मुस्तफा अलवी को चीन में आयोजित सम्मेलन “अनिश्चितता के युग में अंतरराष्ट्रीय संबंधों का पुनर्विचार” में वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने “बियॉन्ड द लास्ट यूटोपिया: राइजिंग पावर्स, एआई और वैश्विक व्यवस्था का संकट” विषय पर व्याख्यान दिया।
डॉ. अलवी ने बताया कि शीत युद्ध के बाद अस्तित्व में आई उदारवादी वैश्विक व्यवस्था अब चीन और भारत जैसी उभरती शक्तियों, तथा तेजी से बढ़ती कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभाव से पुनर्परिभाषित हो रही है।
उन्होंने एल्गोरिदमिक संप्रभुता, तकनीकी राष्ट्रवाद, डिजिटल निर्भरता और डेटा-शासन जैसी नई भू-राजनीतिक चुनौतियों का विश्लेषण किया और कहा कि बदलते दौर में वैश्विक नीतिगत ढाँचों का पुनर्संरचना आवश्यक है।
📌 एएमयू जराहत विभाग द्वारा धौरा में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित
एएमयू अजमल खाँ तिब्बिया कॉलेज के जराहत विभाग ने धौरा के मदीनतुल उलूम कॉलेज में निःशुल्क मेगा मेडिकल कैंप आयोजित किया, जिसमें 200 से अधिक मरीजों की जांच की गई।
शिविर का उद्घाटन डॉ. रज़ा अब्बास और प्रो. नज़र अब्बास ने किया। कैंप में ईसीजी, सीबीसी, एलएफटी, आरएफटी, रैंडम ब्लड शुगर सहित कई जाँचें तत्काल उपलब्ध कराई गईं।
विभागाध्यक्ष प्रो. तफ्सीर अली के नेतृत्व में डॉ. समीना उस्मानी, डॉ. मोहम्मद तारिक, डॉ. राबिया रियाज आदि चिकित्सकों ने सेवाएँ दीं।
तकनीकी सहयोग मोहम्मद जाहिद खान, सरफराज अहमद और टीम द्वारा किया गया। शिविर ने ग्रामीण लोगों को सुलभ चिकित्सा सहायता प्रदान कर जनस्वास्थ्य के प्रति एएमयू की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।
📌 ए.बी.के. हाई स्कूल (बॉयज) में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम
एएमयू के ए.बी.के. हाई स्कूल (बॉयज) में प्रोजेक्ट उम्मीद वेलफेयर फाउंडेशन और रोड व ट्रैफिक ऑफिस अलीगढ़ के सहयोग से सड़क सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित हुआ।
ट्रैफिक उपनिरीक्षक विजय पाल सिंह, प्रोजेक्ट उम्मीद अध्यक्ष आदिल जवाहर, अधिवक्ता नदीम अंजुम, और अन्य अतिथियों ने छात्रों को यातायात अनुशासन, हेलमेट उपयोग और सड़क दुर्घटना रोकथाम के बारे में जागरूक किया।
विद्यालय की प्राचार्य डॉ. समीना ने छात्रों को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई और कहा कि ऐसे कार्यक्रम सुरक्षित परिवहन संस्कृति के निर्माण में प्रभावी भूमिका निभाते हैं।
📌 प्रो. अफ़ज़ाल अनीस को यूपी एसीकॉन-2025 में “एमिनेंट सीनियर सर्जिकल टीचर अवॉर्ड”
एएमयू जे.एन. मेडिकल कॉलेज के शल्य विभाग के वरिष्ठ सर्जन प्रो. अफ़ज़ाल अनीस को यूपी एसीकॉन 2025 में “एमिनेंट सीनियर सर्जिकल टीचर अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया।
वे दशकों से उत्कृष्ट शल्य प्रशिक्षण और चिकित्सकीय शिक्षा को नई ऊँचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। मई 2025 में उन्हें एफआरसीएस (ग्लासगो) उपाधि भी प्राप्त हुई, जिसे विश्वभर में शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च सम्मान माना जाता है।
📌 एएमयू में “सामान्य सापेक्षता और गुरुत्वाकर्षण” पर राष्ट्रीय कार्यशाला 23–25 दिसंबर
गणित विभाग एएमयू 23–25 दिसंबर 2025 तक आईयूसीएए पुणे, एसईआरबी और सीएसआईआर के सहयोग से तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करेगा।
कार्यशाला में जनरल रिलेटिविटी, कॉस्मोलॉजी, संशोधित गुरुत्व, ब्लैक होल, गुरुत्व तरंगें आदि विषय शामिल होंगे। एमएससी, पीएचडी शोधार्थी व युवा शिक्षक भाग ले सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2025 है।
📌 एएमयू इंजीनियर्स टीम ने एस.एन. हॉल छात्रावासों का संरचनात्मक निरीक्षण किया
कुलपति प्रो. नईमा खातून के निर्देश पर विश्वविद्यालय इंजीनियर प्रो. इज़हार उल हक, प्रो. मलिक शुएब और प्रो. रिजवान अहमद खान ने छात्रावास भवन निरीक्षण किया।
निरीक्षण में दीवारों की दरारें, सीलन, विद्युत व प्लंबिंग समस्याएँ दर्ज की गईं। रिपोर्ट के आधार पर मरम्मत कार्य जल्द शुरू होगा।
📌 बेगम सुल्तान जहाँ हॉल और एन.आर.एस.सी. हॉल में नए प्रॉवोस्ट नियुक्त
एएमयू प्रशासन ने दो नए प्रॉवोस्ट नियुक्त किए हैं—
🔹 प्रो. फातिमा खान (माइक्रोबायोलॉजी विभाग) — बेगम सुल्तान जहाँ हॉल
🔹 प्रो. सुरेंद्र कुमार मिश्रा (कंज़र्वेटिव डेंटिस्ट्री, डेंटल कॉलेज) — एन.आर.एस.सी. हॉल
दोनों का कार्यकाल दो वर्ष या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।















