हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट के लिए दो बड़े बदलावों की घोषणा की है, जिनका सीधा असर बल्लेबाज़ी रणनीति और खेल की पारदर्शिता पर पड़ेगा। ये नियम 28 अगस्त से शुरू हो रही दलीप ट्रॉफी से लागू होंगे।
शॉर्ट रन पर नई सजा
अब तक अगर बल्लेबाज़ जानबूझकर शॉर्ट रन लेता था तो उस पर 5 रन की पेनल्टी और मैच रेफरी के सामने सुनवाई का प्रावधान था। लेकिन अब नियम बदल दिया गया है। नए प्रावधान के मुताबिक, अगर अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज़ ने स्ट्राइक बदलने या फायदा उठाने के लिए जानबूझकर शॉर्ट रन लिया है, तो फील्डिंग टीम का कप्तान यह तय करेगा कि अगली गेंद कौन सा बल्लेबाज़ खेलेगा। यानी बल्लेबाज़ी पक्ष की चालाकी का सीधा फायदा विपक्ष को मिलेगा। यह बदलाव खासकर T20 जैसे तेज़ फॉर्मेट में महत्वपूर्ण है, जहाँ अक्सर देखा गया है कि सेट बल्लेबाज़ स्ट्राइक अपने पास रखने के लिए या कमज़ोर बल्लेबाज़ को गेंदबाज़ से बचाने के लिए रन पूरा नहीं करते।
‘रिटायर्ड-आउट’ का नियम
BCCI ने एक और अहम बदलाव किया है। अब यदि कोई बल्लेबाज़ चोट लगने के अलावा किसी और वजह से मैदान छोड़ता है तो उसे तुरंत ‘रिटायर्ड-आउट’ मान लिया जाएगा। वह दोबारा बल्लेबाज़ी नहीं कर पाएगा, भले ही विपक्षी कप्तान अनुमति दे। इस नियम का मकसद खिलाड़ियों को टैक्टिकल कारणों से पवेलियन लौटने और बाद में फिर मैदान पर लौटने से रोकना है। इससे बल्लेबाज़ी क्रम और मैच रणनीति को लेकर पारदर्शिता बनी रहेगी।
बदलावों की अहमियत
ये नए नियम खेल को और ज़्यादा निष्पक्ष और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए लागू किए गए हैं। शॉर्ट रन पर मिली छूट और ‘टैक्टिकल रिटायरमेंट’ जैसी हरकतें अब अतीत बन जाएंगी। दलीप ट्रॉफी से इन नियमों की शुरुआत होगी और धीरे-धीरे अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में भी इन्हें लागू किया जाएगा।