हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
दिल्ली के बिंदापुर इलाके में हुए एक जघन्य हत्याकांड के 16 साल बाद पुलिस ने फरार आरोपी आशिक अली को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। वर्ष 2009 में हुए इस हत्या मामले में एक व्यक्ति का सिर काटकर उसके धड़ को लोहे के बक्से में डाल दिया गया था। घटना के बाद से आशिक अली फरार चल रहा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने फर्जी पहचान पत्र बनवाकर सूरत में रहना शुरू कर दिया था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था और उसे 2011 में भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
वहीं, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाल ही में बिंदापुर क्षेत्र में दर्ज एक अन्य हत्या मामले में आरोपी अशद उर्फ अर्शद (20) को भी गिरफ्तार किया है। यह मामला 18 अगस्त 2025 को बिंदापुर निवासी कुलदीप सिंह की हत्या से जुड़ा है। झगड़े के दौरान रितिक उर्फ डांसर और मुन्ना ने अपने साथियों के साथ मिलकर कुलदीप पर हमला किया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने कुछ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अशद फरार था।
अशद ने पूछताछ में बताया कि वह राजापुरी, भारत विहार का रहने वाला है और सरकारी स्कूल से 12वीं तक पढ़ा है। शराब की लत और गलत संगत में पड़कर वह अपराध की दुनिया में आ गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बार-बार मोबाइल नंबर और लोकेशन बदलता रहा और उत्तम नगर की एक गारमेंट्स शॉप पर सेल्समैन के रूप में काम कर रहा था। अंततः पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया।













