अलीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के ज़िलाध्यक्ष चौधरी कृष्णपाल सिंह लाला प्रधान जी के जन्मदिन पर मंगलवार को जिले भर से पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और शुभचिंतकों का सैलाब उनके आवास पर उमड़ पड़ा। जैसे ही घड़ी ने रात के 12 बजाए, शुभकामनाओं का सिलसिला शुरू हो गया, जो दिनभर जारी रहा। लोग व्यक्तिगत रूप से ज़िलाध्यक्ष के आवास पर पहुँचकर और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते रहे।

इस विशेष अवसर को आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से सार्थक बनाने के लिए दिन की शुरुआत खेरेश्वर धाम में रुद्राभिषेक और भंडारे के आयोजन से हुई। पूजा के बाद बड़ी संख्या में भाजपा नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता ज़िलाध्यक्ष के आवास पर एकत्रित हुए। वहां सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ, जिसके उपरांत श्रद्धालुओं और आगंतुकों को प्रसाद व भोजन वितरित किया गया।
कार्यक्रम में जिले भर से आए कार्यकर्ताओं के लिए भोजन और ठहरने की उत्तम व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर ज़िलाध्यक्ष ने केशव सेवा धाम पहुंचकर वहाँ छात्रावास में रह रहे बच्चों के साथ भी अपना जन्मदिन मनाया और उन्हें मिठाइयाँ वितरित कीं। बच्चों के साथ समय बिताकर उन्होंने सामाजिक समरसता का परिचय दिया।
इस भव्य आयोजन में कई प्रमुख राजनेता और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, विधान परिषद सदस्य मानवेन्द्र प्रताप सिंह ‘गुरुजी’, भाजपा जिला महामंत्री शिवनारायण शर्मा, जिला मंत्री अवध सिंह बघेल, देवेंद्र राजपूत, राकेश सिंह, गौरव शर्मा, ठा. शल्यराज सिंह, ठा. हरेन्द्र सिंह कालू, सुरेश सिंह, ब्लॉक प्रमुख राहुल सिंह, भाजपा नेत्री पूजा दिवाकर, संजय चौधरी एडवोकेट, संजय शर्मा एडवोकेट, चंद्रमणि कौशिक, यादवेंद्र प्रधान यादु, विशाल कुमार, गौरव यादव, प्रदीप वर्मा, भरत राजपूत, विक्की चौधरी, पवन बघेल, मधुलिका राघव, दया शर्मा सहित मंडल अध्यक्षगण, और सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए।
पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धा, सादगी और संगठन की भावना देखने को मिली। सभी ने ज़िलाध्यक्ष के दीर्घायु, स्वास्थ्य और सफलता की कामना करते हुए उनके नेतृत्व की सराहना की। चौधरी कृष्णपाल सिंह ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं का प्रेम और जनता का सहयोग ही उनकी सबसे बड़ी पूँजी है।
यह आयोजन न सिर्फ़ एक जन्मदिन समारोह था, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं की एकजुटता और ज़िलाध्यक्ष के प्रति प्रेम और सम्मान का सजीव उदाहरण भी था।