हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 24 मई : 2025
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक इन दिनों स्वास्थ्य संबंधी गंभीर स्थिति के कारण दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए दी थी। मलिक के स्वास्थ्य को लेकर जहां विपक्षी और सियासी साथी चिंता व्यक्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए किरु जल विद्युत परियोजना में 2200 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार के मामले में सत्यपाल मलिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
इस चार्जशीट में मलिक के साथ-साथ सात अन्य आरोपियों का भी नाम शामिल है। इस घोटाले की जांच ने देश की सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया है। इस मामले को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
सत्यपाल मलिक का धन्यवाद युवाओं और समर्थकों को
अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद सत्यपाल मलिक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से स्वास्थ्य की चिंता जताने वाले युवाओं और समर्थकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष निर्मल चौधरी का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। मलिक ने लिखा,
“आज आप युवाओं से मिलकर शरीर में वही जोश व हिम्मत आ गई जो किसान मसीहा चौधरी चरणसिंह जी के समय मेरे अंदर थी। मैं जल्द ही स्वस्थ होकर जनता के बीच जाऊंगा और बेरोजगार युवाओं व किसानों के मुद्दे निरंतर उठाऊंगा।”
यह पोस्ट उनके हौसले और जनता के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक माना जा रहा है।
राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने जताई चिंता
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के स्वास्थ्य को लेकर सियासी समर्थन भी मिल रहा है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अस्पताल जाकर मलिक से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। राहुल गांधी ने जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सत्यपाल मलिक के स्वास्थ्य पर चिंता जताई है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने जताई नाराजगी
इस बीच आम आदमी पार्टी के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने CBI की चार्जशीट दाखिल करने की टाइमिंग को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा,
“मोदी सरकार निर्दयी है। एक तरफ सत्यपाल मलिक अस्पताल में भर्ती हैं, जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। दूसरी तरफ CBI ने आज उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।”
संजय सिंह की इस प्रतिक्रिया ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस को जन्म दिया है।
क्यों हैं चर्चा में सत्यपाल मलिक?
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक पिछले कुछ समय से मोदी सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन और कई अन्य मुद्दों पर खुलकर आवाज उठा रहे थे। उन्होंने सरकार की नीतियों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। खासकर 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कई सवाल उठाए थे, जिसके बाद वह मोदी सरकार के निशाने पर आ गए।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि जल विद्युत परियोजना में उनके नाम को घोटाले के आरोप में शामिल करना एक राजनीतिक साजिश हो सकती है। विपक्षी दलों ने सत्यपाल मलिक का समर्थन करते हुए इस मामले को सरकार की दबाव रणनीति बताया है।