हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 24 जुलाई 2025
धर्मांतरण रैकेट: छांगुर और 13 करीबियों की जमीनों की जांच तेज
अलीगढ़: अवैध धर्मांतरण के मामलों में घिरे छांगुर और उसके 13 करीबियों द्वारा खरीदी गई जमीनों की जांच अब अलीगढ़ मंडल के रजिस्ट्री कार्यालयों में भी की जाएगी। शासन स्तर से नामों की सूची रजिस्ट्री कार्यालयों को भेजी गई है। जांच का दायरा अलीगढ़, हाथरस, एटा और कासगंज जिलों तक बढ़ा दिया गया है।
छांगुर पर आरोप है कि उसने विदेशी फंड के जरिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जमीनें खरीदीं। एटीएस और ईडी की संयुक्त जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर ने अपने 13 करीबी सहयोगियों के नाम पर प्लॉट खरीदकर अवैध प्लॉटिंग और बिक्री का नेटवर्क खड़ा किया। इससे भारी मुनाफा कमाया गया।
इन करीबियों में महबूब, नीतू उर्फ नसरीन, सबीहा, नवीन, मोहम्मद सबरोज, रशीद, रमजान (गोंडा), इदुल इस्लाम (नागपुर), राजेश उपाध्याय, संगीता देवी उपाध्याय, बाबू उर्फ वलीउद्दीन सहित अन्य नाम शामिल हैं। शासन ने प्रदेश के 351 उपनिबंधक कार्यालयों को सतर्क करते हुए सभी नामों से जुड़े बैनामों का ब्योरा मांगा है।
बलरामपुर तहसील की जांच में सामने आया कि बिना ज़मीन को आबादी क्षेत्र घोषित कराए ही प्लॉटिंग कर दी गई। बिना रजिस्ट्री, केवल एग्रीमेंट के आधार पर जमीनें बेची जा रही थीं। यह सब धर्मांतरण के लिए आर्थिक संसाधन जुटाने का हिस्सा बताया जा रहा है।
अब शासन ने पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने के लिए जांच तेज कर दी है। डीआईजी स्टाम्प शिवशंकर यादव ने पुष्टि की कि शासन के आदेशों के तहत कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि इस जांच से प्रदेश में धर्मांतरण से जुड़ा बड़ा जमीन घोटाला उजागर हो सकता है।