हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 11 मई : 2025,
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान का पक्ष लेते हुए भारत को कड़ा संदेश दिया है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तानी उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान पाकिस्तान के संयमपूर्ण रवैये की सराहना की और उसे एक जिम्मेदार देश बताया।
वांग यी ने कहा, “पाकिस्तान का रणनीतिक साझेदार और भरोसेमंद मित्र होने के नाते, चीन हर हाल में पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा। हम उसकी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता का पूरा समर्थन करते हैं।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं सामने आई हैं। अमेरिका की मध्यस्थता में 10 मई को संघर्षविराम लागू किया गया था, लेकिन इसके बावजूद तनाव कम नहीं हुआ है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने संघर्षविराम की प्रतिबद्धता दोहराई, लेकिन उल्लंघन के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया।
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को देखते हुए यह समर्थन अप्रत्याशित नहीं है। हालांकि, कुछ रणनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चीन क्षेत्र में किसी प्रकार का युद्ध नहीं चाहता क्योंकि इससे उसके आर्थिक और कूटनीतिक हित प्रभावित हो सकते हैं, खासकर मध्य एशिया में स्थिरता और भारत के साथ व्यापारिक संबंधों के संदर्भ में।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारत ने चीन के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने स्पष्ट किया कि भारत क्षेत्र में शांति चाहता है, लेकिन पाकिस्तान की किसी भी “उकसावे वाली कार्रवाई” का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन की कड़ी निंदा की और भारतीय सशस्त्र बलों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी दुस्साहस का सख्ती से जवाब दिया जाए।