हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 4 मई : 2025,
हरदोई से शुरू होकर पूरे प्रदेश में फैला विकास का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश के गांव अब पिछड़ेपन की छवि तोड़कर विकास की नई मिसाल बनते जा रहे हैं। जनसहभागिता यानी लोगों की भागीदारी से शुरू हुआ “समुदाय कार्यक्रम” अब पूरे प्रदेश में ग्रामीण विकास का आदर्श मॉडल बन चुका है। इसकी शुरुआत वर्ष 2016 में हरदोई जिले की मात्र 10 ग्राम पंचायतों से हुई थी।
मुख्य सचिव की मंजूरी, अगले पांच वर्षों तक कार्यक्रम का विस्तार
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने “समुदाय” कार्यक्रम के विस्तार को स्वीकृति दे दी है। हरदोई के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के अनुसार, यह कार्यक्रम अब 524 ग्राम पंचायतों और 29 लाख से अधिक ग्रामीणों तक पहुंच गया है।
एचसीएल फाउंडेशन की अहम भूमिका, शिक्षा से लेकर आजीविका तक व्यापक कार्य
कार्यक्रम में एचसीएल फाउंडेशन की सक्रिय भागीदारी रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, जल संरक्षण और पर्यावरण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं।
- डिजिटल शिक्षा: 47,000 शिक्षकों को प्रशिक्षण और 30,000 बच्चों को कोडिंग व एआई की शिक्षा।
- स्मार्ट आंगनवाड़ी: हरदोई के गांवों में 100 स्मार्ट आंगनवाड़ी और 814 आधुनिक क्लासरूम।
- अच्छी शिक्षा: 1.45 लाख बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है।
महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में कदम
महिलाओं की आजीविका को मज़बूत करने के लिए 31,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को डेयरी, बुनकरी, चिकनकारी और पोल्ट्री जैसे कामों से जोड़ा गया है।
किसानों को आर्थिक लाभ, एफपीओ के जरिए 32.68 करोड़ रुपये का फायदा
एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के माध्यम से किसानों को 32.68 करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ प्रदान किया गया है, जिससे गांवों में कृषि को नई दिशा मिली है।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, एनीमिया में आई 22% की कमी
- 8.9 लाख ग्रामीणों को टेलीमेडिसिन की सुविधा।
- 2.15 लाख बच्चों की पोषण जांच।
- किशोरों में खून की कमी (एनीमिया) की दर में 22% की कमी दर्ज की गई है।
ऊर्जा और जल संरक्षण में भी सफलता
- 32 सौर ऊर्जा आधारित मिनी ग्रिड।
- 186 संस्थानों में सोलर पैनल और 44 सोलर पंप लगाए गए।
- 18 तालाबों का पुनरुद्धार और 37,000 से अधिक लोगों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा दी गई।
गांवों में टिकाऊ और भागीदारी आधारित विकास की दिशा में योगी सरकार का प्रयास
उत्तर प्रदेश की लगभग 70% आबादी गांवों में निवास करती है। ऐसे में राज्य सरकार का फोकस सिर्फ योजनाएं लागू करने पर नहीं, बल्कि समुदाय की भागीदारी से स्थायी और प्रभावी विकास करने पर है। “समुदाय” कार्यक्रम इसी सोच का प्रमाण है और अब यह प्रदेश के ग्रामीण विकास का एक नया चेहरा बन चुका है।