हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 20 अप्रैल: 2025,
ब्लैकलिस्टेड महिला को फर्जी दस्तावेज़ों से भेजने की कोशिश
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट पर पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। पुलिस ने एक ऐसे एजेंट को गिरफ्तार किया है जो एक ब्लैकलिस्टेड भारतीय महिला को फर्जी पासपोर्ट के जरिए यूएई (UAE) भेजने की कोशिश कर रहा था।
महिला पहले से यूएई में ब्लैकलिस्ट थी
डीसीपी एयरपोर्ट उषा रंगनानी ने बताया कि 6 मई 2023 को एक महिला यात्री, रीत शिखा अरोड़ा, यूएई से डिपोर्ट होकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। जब दस्तावेजों की जांच हुई, तो अधिकारियों को शक हुआ क्योंकि महिला के पासपोर्ट पर यूएई यात्रा का कोई रिकॉर्ड नहीं था, जबकि वह यूएई से ही डिपोर्ट हुई थी।
सख्त पूछताछ में हुआ खुलासा: असली नाम रीतू रानी
कड़ी पूछताछ के बाद महिला ने अपनी असली पहचान रीतू रानी, पुत्री अश्वनी कुमार, निवासी प्रीत नगर, सिरसा, हरियाणा के रूप में बताई। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसने पहले पासपोर्ट (संख्या: U6818334) पर यूएई यात्रा की थी और वीजा खत्म होने के बाद अवैध रूप से वहां रुकी रही थी, जिसके कारण उसे ब्लैकलिस्ट कर भारत भेज दिया गया था।
एजेंट ने ₹3 लाख में बनवाया फर्जी पासपोर्ट
रीतू रानी ने दुबई में अपने पति से मिलने की इच्छा जताई थी, जिसके लिए उसने मुकेश सिंह नामक एजेंट से संपर्क किया। एजेंट ने उसे ₹3 लाख में फर्जी पासपोर्ट बनवाया, नया नाम “रीत शिखा अरोड़ा” दिया गया, और वीज़ा व टिकट की भी व्यवस्था की गई।
बायोमेट्रिक जांच में हुआ खुलासा, फिर से डिपोर्ट
हालांकि, जब महिला यूएई पहुंची, तो एयरपोर्ट पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन में उसकी असली पहचान सामने आ गई। इसके बाद उसे फिर से डिपोर्ट कर भारत भेज दिया गया।
मुख्य आरोपी एजेंट गिरफ्तार
महिला के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी एजेंट मुकेश सिंह की तलाश शुरू की। कई जगहों पर छापेमारी के बाद अंततः दिल्ली से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान सेक्टर 37, चंडीगढ़ निवासी मुकेश सिंह पुत्र सत्येंद्र कुमार के रूप में हुई है।
एजेंट का आपराधिक इतिहास और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
पूछताछ में मुकेश सिंह ने बताया कि वह स्नातक है और पहले चंडीगढ़ पासपोर्ट कार्यालय में ग्राहक सेवा कार्यकारी था। बाद में वह अमेरिका गया, जहां फर्जी ट्रैवल एजेंटों से संपर्क में आया और इसी तरह के गैरकानूनी कामों में शामिल हो गया। भारत लौटने के बाद उसने यह गतिविधियाँ जारी रखीं।
पुलिस की अपील: फर्जी एजेंटों से रहें सतर्क
फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। अन्य संभावित एजेंटों की भूमिका, बैंक खातों की जानकारी, और पुराने मामलों में आरोपी की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि विदेश यात्रा से संबंधित दस्तावेज़ केवल अधिकृत एजेंसियों से ही बनवाएं और सस्ते वीज़ा या यात्रा के झांसे में न आएं।