हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
आगरा में केंद्र और राज्य के संयुक्त फार्मा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने एक बड़े नकली दवा रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस दौरान हेमा मेडिको के मालिक हिमांशु अग्रवाल को 2.43 करोड़ रुपये की नकली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया गया। विडंबना यह है कि कारोबारी एसटीएफ और औषधि विभाग की कार्रवाई को रोकने के लिए एक करोड़ रुपये का रिश्वत बैग लेकर पहुंचा था। जब रकम कम बताई गई, तब उसने उसे दोगुना करने की धमकी दी, लेकिन टीम ने उसे रंगे हाथ धर लिया और उसे भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
तफ्तीश में पता चला कि यह गैर-कानूनी व्यापार सिर्फ आगरा तक सीमित नहीं था, बल्कि तमिलनाडु (चेन्नई) से नामी फार्मा कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं मंगाई जाती थीं और उन्हें फर्जी क्यूआर कोड व बैच नंबर के साथ फर्जी फर्मों के माध्यम से बेचने की कार्यप्रणाली थी। जांच अब जीएसटी और आयकर विभाग तक भी विस्तृत हो गई है, और अन्य ठिकानों पर छापेमारी व बड़ी संपत्तियों की पता लगाने की संभावना है।
इस गिरफ्तारी ने यह संकेत दिया है कि नकली दवा कारोबारियों का नेटवर्क कितना संगठित और वित्तीय रूप से सबल हो सकता है, और यह कि वे रिश्वत देकर कानून प्रवर्तन को प्रभावित करने की भी कोशिश कर रहे हैं। यह कार्रवाई आम जनता की सेहत की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था की रक्षा के लिहाज़ से एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।