हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: शनिवार 28 जून 2025 नई दिल्ली
नई दिल्ली। अब पासपोर्ट बनवाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। 24 जून 2025 को 13वें पासपोर्ट सेवा दिवस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पासपोर्ट सेवा 2.0 लॉन्च की। इसके तहत सरकार ने ई-पासपोर्ट (e-Passport) की शुरुआत की है, जो न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी काफी मजबूत है।
क्या है ई-पासपोर्ट?
ई-पासपोर्ट में एक एम्बेडेड चिप होती है, जिसमें नागरिक की व्यक्तिगत व बायोमैट्रिक जानकारी सुरक्षित रहती है। यह पासपोर्ट टेंपर-प्रूफ होता है और अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों पर आधारित है, जिससे यह पूरी दुनिया में मान्य होता है।
ई-पासपोर्ट के फायदे:
- चिप आधारित डेटा से हवाई अड्डों पर जांच प्रक्रिया तेज होगी।
- बायोमैट्रिक और निजी जानकारी सुरक्षित रहेगी।
- फर्जीवाड़ा और डेटा से छेड़छाड़ की संभावना नहीं के बराबर।
- एक देश से दूसरे देश यात्रा करना होगा अधिक आसान।
पुलिस वेरिफिकेशन भी हुआ डिजिटल
अब पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन में भी देरी नहीं होगी। विदेश मंत्रालय ने mPassport Police App लॉन्च किया है, जिससे वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 5-7 दिनों में पूरी हो सकती है, खासकर ग्रामीण और दूर-दराज़ क्षेत्रों के लिए यह सुविधा बेहद फायदेमंद है।
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कैसे करें?
- passportindia.gov.in पर जाएं।
- पहली बार हैं तो रजिस्ट्रेशन करें, नहीं तो लॉग इन करें।
- ई-पासपोर्ट के विकल्प पर क्लिक करके व्यक्तिगत जानकारी भरें।
- नजदीकी PSK या POPSK चुनें और अपॉइंटमेंट लें।
- ऑनलाइन शुल्क का भुगतान करें (UPI/कार्ड/नेट बैंकिंग)।
- स्लॉट बुक करके दिए गए केंद्र पर तय समय पर जाएं।
- दस्तावेज और बायोमैट्रिक प्रक्रिया पूरी करें।
- पासपोर्ट कुछ ही दिनों में डाक से घर पहुंचेगा।
ई-पासपोर्ट से जुड़े इस डिजिटल बदलाव से अब भारत में पासपोर्ट बनवाना न केवल आसान हुआ है, बल्कि ज्यादा सुरक्षित और तेज भी हो गया है।