हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: गुरुवार 12 जून 2025 गाजियाबाद
गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में मंगलवार देर रात पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा के तबादले के बाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नंद किशोर गुर्जर के आवास पर समर्थकों, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान ढोल-नगाड़ों की गूंज और आतिशबाजी के साथ उत्सव का माहौल रहा। समर्थकों ने विधायक से उनका फटा कुर्ता बदलने का अनुरोध किया और उन्हें नया कुर्ता भेंट किया। समाज के लोगों ने विधायक को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इसके बाद नंद किशोर गुर्जर सहारनपुर में चल रही रामकथा में शामिल हुए, जहां कथा व्यास और राष्ट्रीय गुर्जर महासभा के अध्यक्ष ने उन्हें नया कुर्ता पहनाया। विधायक ने इसे राम भक्तों और समाज की जीत करार देते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
पूरा मामला क्या है?
20 मार्च 2025 को लोनी में विधायक नंद किशोर गुर्जर रामकथा के अवसर पर एक कलश यात्रा निकाल रहे थे। इस दौरान पुलिस ने यात्रा को बिना अनुमति का हवाला देते हुए रोक दिया। यात्रा को रोकने के प्रयास में पुलिस और विधायक के समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसमें विधायक का कुर्ता फट गया। नंद किशोर गुर्जर ने इस घटना के लिए गाजियाबाद के तत्कालीन पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा और लखनऊ में बैठे एक वरिष्ठ अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर राम भक्तों और उनके समर्थकों के साथ बदसलूकी का भी आरोप लगाया।
नंद किशोर गुर्जर ने इस घटना के विरोध में कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने घोषणा की कि जब तक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, वह फटा कुर्ता पहने रहेंगे, नंगे पैर चलेंगे और जमीन पर सोएंगे। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर भ्रष्टाचार और दमन के गंभीर आरोप भी लगाए। विधायक ने 21 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पुलिस ने जानबूझकर उनकी कलश यात्रा रोकी और उनके साथ मारपीट की, जिसमें उनके कपड़े फट गए। उन्होंने दावा किया कि यात्रा के लिए लोनी प्रशासन से अनुमति ली गई थी, फिर भी पुलिस ने अनावश्यक हस्तक्षेप किया।
तबादले के बाद जश्न और प्रतिक्रिया
15 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल के तहत पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा का तबादला कर उन्हें प्रयागराज रेंज का पुलिस महानिरीक्षक नियुक्त किया। इस तबादले को विधायक नंद किशोर गुर्जर और उनके समर्थकों ने अपनी जीत के रूप में देखा। तबादले की खबर फैलते ही उनके गनोली स्थित आवास पर सैकड़ों समर्थक और 36 बिरादरी के लोग जुटे। ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ उत्सव मनाया गया। विधायक ने इसे न केवल अपनी, बल्कि राम भक्तों, मझलूम रेहड़ी-पटरी वालों और माताओं-बहनों की जीत बताया।
नंद किशोर गुर्जर ने सहारनपुर में चल रही रामकथा में पहुंचकर नया कुर्ता पहना, जिसे 36 बिरादरी और राष्ट्रीय गुर्जर महासभा ने भेंट किया। उन्होंने कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज के समक्ष यह कुर्ता पहनकर अपनी प्रण पूरी की। विधायक ने कहा कि वह विधानसभा में अजय मिश्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि इस पूरे मामले की जांच पूरी तरह निष्पक्ष हो, ताकि सच सामने आए।
विवाद और राजनीतिक प्रतिक्रिया
यह विवाद गाजियाबाद के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना। कई लोग इसे विधायक और पुलिस आयुक्त के बीच व्यक्तिगत अदावत का नतीजा मान रहे हैं। नंद किशोर गुर्जर ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने उनकी लोकप्रियता और जनता के बीच बढ़ते प्रभाव को दबाने की कोशिश की। कुछ एक्स पोस्ट में दावा किया गया कि यह घटना गुर्जर समाज और सनातन संस्कृति पर हमला थी, जबकि अन्य ने इसे भाजपा की आंतरिक राजनीति और गुर्जर विरोधी मानसिकता से जोड़ा। हालांकि, ये दावे पूरी तरह सत्यापित नहीं हैं।
गाजियाबाद में अजय मिश्रा की जगह जे. रविंद्र गौड़ को नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। इस तबादले को कई लोग विधायक के दबाव और उनके समर्थकों के आंदोलन का परिणाम मान रहे हैं, जिसमें राष्ट्रीय गुर्जर महासभा ने भी दिल्ली कूच की धमकी दी थी।