हिन्दुस्तान मिरर न्यूज-
घटना का विवरण
अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र में रहने वाले तिवारी परिवार में रविवार सुबह फूड-पॉइज़निंग का मामला सामने आया। परिवार ने सुबह स्थानीय स्वीट्स से त्योहार के मौके पर घेवर खरीदा और खाया। लगभग 45 मिनट के भीतर पति-पत्नी व उनके तीन बच्चों को उल्टी, दस्त और तेज बुखार की शिकायत होने लगी।
तत्काल चिकित्सा सहायता
पड़ोसियों ने तुरंत मदद करते हुए सभी को जे.एन. मेडिकल कॉलेज पहुँचाया। चिकित्सकों ने जाँच के बाद बताया कि दो नाबालिगों की हालत गंभीर है और उन्हें आईसीयू (ICU) में भर्ती किया गया है।
प्रारंभिक जाँच और कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने बताया कि प्राथमिक जाँच में खाद्य-रंग और सस्ते वनस्पति घी की मिलावट के संकेत मिले हैं।
- फूड सेफ्टी टीम ने मौके पर पहुँचकर दुकान सील कर दी।
- घेवर व चाशनी के नमूने लैब भेजे गए, जिनकी रिपोर्ट 72 घंटे में आने की संभावना है।
- दुकानदार का लाइसेंस अस्थायी रूप से निलंबित कर ₹1 लाख का जुर्माना नोटिस जारी किया गया।
विशेष निरीक्षण अभियान
त्योहार के मौसम को देखते हुए ज़िला प्रशासन ने 48 घंटे के भीतर पूरे ज़िले की 52 मिठाई दुकानों का विशेष निरीक्षण शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन को सलाह दी है कि मिठाई खरीदते समय पैक्ड प्रोडक्ट पर FSSAI नंबर और मैन्युफैक्चर डेट अवश्य देखें।
विवादित प्रतिक्रिया
- व्यापार-मंडल का कहना है कि एक दुकान के नमूने के आधार पर पूरे जिले के व्यापार को नुकसान नहीं होना चाहिए।
- उपभोक्ता संगठन सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और कहते हैं कि मिलावटखोरों को बख्शा न जाए।
चिकित्सकीय चेतावनी
चिकित्सकों ने बताया कि फूड-पॉइज़निंग के मामलों में देरी से इलाज करने पर स्टेफिलोकोकस ऑरिएस (S. aureus) संक्रमण का खतरा रहता है। उल्टी-दस्त के लक्षण मिलने पर तुरंत ओ.आर.एस. लें और डॉक्टर से परामर्श करें।