हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 15 मई : 2025,
सहारनपुर 15 मई 2025 — जिला जेल में तैनात हेड वार्डन जगदीश प्रसाद निम को बंदियों से अवैध वसूली और उत्पीड़न के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जेल अधीक्षक द्वारा की गई प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि के बाद की गई है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ बंदियों ने हेड वार्डन के खिलाफ अवैध रूप से पैसे मांगने और शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न की शिकायत की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए यह शिकायत जेल अधीक्षक सत्यप्रकाश तक पहुंची। अधीक्षक ने स्वयं बंदियों से पूछताछ की, जिसमें आरोप सही पाए गए।
प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद हेड वार्डन से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया। इसके अलावा जब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया, तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से दुर्व्यवहार किया। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
हेड वार्डन का पलटवार, जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप
निलंबन के बाद हेड वार्डन जगदीश प्रसाद निम ने डीआईजी जेल को पत्र लिखकर जेल प्रशासन पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में कई स्तरों पर अनियमितताएं चल रही हैं, अधिकारी समय पर ड्यूटी पर नहीं आते और बंदियों के लिए तय नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने पत्र में और भी कई शिकायतें दर्ज की हैं।
दो स्तरों पर होगी जांच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआईजी जेल ने पूरे प्रकरण की गहन जांच के आदेश दे दिए हैं। एक विशेष टीम हेड वार्डन पर लगे आरोपों की जांच करेगी, जबकि दूसरी टीम जेल प्रशासन और अन्य अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की पड़ताल करेगी।
जेल अधीक्षक का बयान
इस संबंध में जेल अधीक्षक सत्यप्रकाश ने बताया कि, “हेड वार्डन के खिलाफ बंदियों ने उत्पीड़न व अवैध वसूली की शिकायत की थी। प्रथम दृष्टया जांच में आरोपों की पुष्टि हुई, जिसके बाद नियमानुसार निलंबन की कार्रवाई की गई है।”