हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 28 अप्रैल: 2025,
भारत के प्रधानमंत्री का खाना बनाने वाला कुक केवल एक कुकिंग प्रोफेशनल नहीं होता, बल्कि एक जटिल चयन प्रक्रिया के बाद चुना जाता है। इसके पीछे केवल खाना पकाने का कौशल नहीं, बल्कि सुरक्षा, सफाई, और उच्च गुणवत्ता की स्थिति की भी कड़ी निगरानी होती है। प्रधानमंत्री के कुक को एक विशेष स्तर की जिम्मेदारी सौपी जाती है, जो न केवल स्वादिष्ट खाना बनाने, बल्कि सुरक्षा मानकों का पालन करने की भी उम्मीद करती है।
कैसे होते हैं पीएम के कुक का चयन?
भारत के प्रधानमंत्री के लिए कुक का चयन एक सामान्य आवेदन प्रक्रिया के बजाय एक बहुत ही सख्त चयन प्रक्रिया से होता है। इन कुक्स का चयन मुख्य रूप से उन लोगों से किया जाता है जो पहले से ही भारत सरकार के प्रेसिडेंसी स्टाफ, राष्ट्रपति भवन या वीआईपी कैटरिंग डिपार्टमेंट में कार्यरत होते हैं। इन कुक्स ने सालों तक वीवीआईपी डिनर, इंटरनेशनल समिट्स और स्टेट इवेंट्स में अपना अनुभव हासिल किया होता है।
प्रधानमंत्री खुद कभी-कभी अपने पुराने और भरोसेमंद कुक को लाने की अनुमति मांग सकते हैं, लेकिन इस स्थिति में भी उनके लिए पुलिस वेरिफिकेशन, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) क्लियरेंस और बैकग्राउंड चेक अनिवार्य होता है।
जरूरी स्किल्स और डिग्रियां
प्रधानमंत्री के कुक से सिर्फ स्वादिष्ट खाना बनाने की उम्मीद नहीं होती, बल्कि उन्हें फाइव स्टार होटल स्टैंडर्ड की सफाई, हाईजीन और हेल्थ सेफ्टी नॉर्म्स का पूरा पालन करना होता है। अधिकांश कुक्स ने प्रोफेशनल होटल मैनेजमेंट या कुलिनरी आर्ट्स में प्रशिक्षण लिया होता है। उन्हें भारतीय व्यंजन से लेकर इंटरनेशनल डिशेज तक में माहिर होना पड़ता है, ताकि किसी भी विदेशी मेहमान के लिए खाने का स्तर बरकरार रखा जा सके।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री के कुक का चयन केवल उनकी कुकिंग स्किल्स पर आधारित नहीं होता, बल्कि उनकी सुरक्षा, व्यवहार, और अनुभव को भी गहराई से परखा जाता है।