हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़। 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की महान वीरांगना झलकारी बाई की स्मृति में उनकी प्रतिमा अलीगढ़ में स्थापित किए जाने की मांग को लेकर कोरी समाज ने रविवार को विशाल जुलूस निकाला। अखिल भारतीय कोरी/कोली समाज के बैनर तले हजारों की संख्या में समाज के लोग खैर रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर, नगला मसानी से एकजुट होकर जुलूस की शक्ल में सराय हकीम पहुंचे। जुलूस का समापन नगर निगम के मेयर प्रशांत सिंघल के आवास पर हुआ।
इस दौरान समाज के लोगों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर “वीरांगना झलकारी बाई अमर रहें” और “प्रतिमा स्थापना करो” जैसे नारे लगाए। जुलूस का नेतृत्व ब्रज क्षेत्र प्रभारी संजू बजाज और महानगर अध्यक्ष प्रमोद कुमार पप्पी ने किया। नेताओं ने कहा कि झलकारी बाई ने 1857 की क्रांति में महारानी लक्ष्मीबाई के साथ मिलकर अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाई थी। लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें वह सम्मान नहीं मिल सका जिसकी वे हकदार थीं। इसलिए अलीगढ़ जैसे बड़े शहर में उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित होना आवश्यक है।
जुलूस के बाद प्रतिनिधिमंडल ने मेयर प्रशांत सिंघल को ज्ञापन सौंपा। मेयर ने समाज को आश्वासन दिया कि गांधी पार्क के सामने स्थित वीरांगना झलकारी बाई पार्क में जल्द ही उनकी प्रतिमा स्थापित कराई जाएगी। साथ ही, नुमाइश मैदान तिराहे पर प्रस्तावित शक्ति स्थल में भारत माता, महारानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई और अन्य वीरांगनाओं की प्रतिमाएं भी लगाई जाएंगी।
इस आश्वासन के बाद समाज के लोगों में उत्साह देखने को मिला। ब्रज क्षेत्र प्रभारी संजू बजाज ने कहा कि झलकारी बाई का योगदान आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी प्रतिमा लगने से समाज में आत्मगौरव की भावना और मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन शीघ्र कार्रवाई करता है तो यह अलीगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे ब्रज क्षेत्र के लिए गर्व की बात होगी।
संजू बजाज (प्रभारी ब्रज क्षेत्र, अखिल भारतीय कोरी/कोली समाज):
“वीरांगना झलकारी बाई ने 1857 की क्रांति में देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। अलीगढ़ में उनकी प्रतिमा स्थापना से समाज को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी।”