हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: मंगलवार 01 जुलाई 2025
शाहजहांपुर। जननायक एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे एक बुजुर्ग यात्री की अचानक मौत हो गई। दिल का दौरा पड़ने से हुई इस मौत की जानकारी यात्रियों ने रेलवे कंट्रोल को दी, लेकिन आरोप है कि कई स्टेशनों से गुजरने के बावजूद समय पर मदद नहीं मिल सकी। शव करीब 186 किमी तक ट्रेन में ही पड़ा रहा, जिसे बाद में रोजा जंक्शन पर उतारा गया।
मृतक की पहचान हरेंद्र राम, निवासी भीसुआ गांव, पोखरिया क्षेत्र, जिला परसा (नेपाल) के रूप में हुई है। वह अपने बेटे मुकेश राम और वधू शिवपति के साथ जालंधर जा रहे थे, जहां उनके बेटे का साला नौकरी दिलाने वाला था।
सूत्रों के अनुसार, सभी लोग बिहार के नरकटियागंज जंक्शन से जननायक एक्सप्रेस में सवार हुए। ट्रेन चलने से पहले हरेंद्र राम को पेट में दर्द की शिकायत हुई। बेटे और बहू ने घर लौटने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने ट्रेन चलने के समय चुपचाप पीछे की बोगी में जाकर बैठ गए, जबकि परिवार के अन्य सदस्य इंजन के पास बोगी में थे।
बुढ़वल स्टेशन से ही बुजुर्ग पूरी तरह शांत हो गए थे। यात्रियों ने शक होने पर रेलवे कंट्रोल को सूचना दी, लेकिन सीतापुर, मैगलगंज जैसे कई स्टेशनों से गुजरने के बावजूद कोई मदद नहीं पहुंची।
आख़िरकार रोजा जंक्शन पर जीआरपी चौकी प्रभारी अभिषेक पांडेय ने टीम के साथ पहुंचकर डाक्टर को बुलवाया। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तलाशी में उनके पास से वोटर कार्ड मिला, जिससे पहचान हुई। कुछ देर बाद पहुंचे उनके बेटे मुकेश राम ने भी शव की पहचान की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हृदयगति रुकना (हार्ट अटैक) बताया गया है। यात्रियों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए रेलवे से तत्काल चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने की मांग की है।