हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 27 मई 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. हालांकि करारा जवाब मिलने के बाद पाक ठंडा पड़ गया. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव में चीन की कितनी भूमिका थी, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस सवाल का जवाब दिया.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर ऑलगेमाइने जिटुंग को इंटरव्यू दिया. उन्होंने इंटरव्यू के दौरान भारत और पाकिस्तान के मसले पर बात की. विदेश मंत्री ने कहा, ”पाकिस्तान के पास मौजूद कई हथियार प्रणालियां चीन की हैं और दोनों देश बहुत करीब हैं. आप इस बात से निष्कर्ष तक पहुंच सकते हैं.”
पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ सीजफायर – विदेश मंत्री
उन्होंने कहा, ”हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. हमारा लक्ष्य बहुत ही सटिक था और यह कदम बहुत ही सोच समझकर उठाया गया था, लेकिन इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने हमारे खिलाफ फायरिंग शुरू कर दी. हमने उन्हें यह भी दिखा दिया कि उनका एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर सकते हैं और तब उनके अनुरोध पर फायरिंग रुकी.”
भारत ने दुनियाभर में भेजा डेलिगेशन
भारत ने पाकिस्तान की करतूत बताने के लिए दुनिया भर में अपने डेलिगेशन भेजे में हैं. एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर लक्षित हमलों ने पाकिस्तानी सेना के मनोबल को भी चोट पहुंचाई है. भाषा की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्री ने दुनिया भर में पाकिस्तान को बेनकाब करने में सभी सांसदों से सहयोग मांगा. उन्होंने कहा कि जहां कई देशों ने आतंकी शिविरों पर हमला करने में भारत की भूमिका का समर्थन किया है, वहीं चीन, अजरबैजान और तुर्किए जैसे बहुत कम देशों ने पाकिस्तान का साथ दिया है. अहम बात यह है कि फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर चल रहा है.