हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: शुक्रवार 27 जून 2025
नई दिल्ली। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस मांग को सख्ती से खारिज कर दिया है, जिसमें ट्रंप ने ईरान से ‘सरेंडर’ करने की बात कही थी। खामनेई ने इस बयान को ट्रंप के “कद से कहीं बड़ी बात” बताते हुए कड़ी आलोचना की है। यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब अमेरिका और ईरान के बीच सैन्य और कूटनीतिक तनाव अपने चरम पर है।
खामनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा,
“अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘ईरान को सरेंडर करना होगा।’ यह बात उनके मुंह से निकलने लायक ही नहीं थी। यह बयान खुद उनके पद और कद से बहुत बड़ा है।”
अमेरिका को दी कड़ी चेतावनी
अमेरिकी मीडिया ‘द हिल’ के मुताबिक, खामनेई ने अमेरिका को चेताते हुए कहा कि ईरान पर किए गए सैन्य हमलों से अमेरिका को कोई लाभ नहीं हुआ है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि अमेरिका भविष्य में ऐसा कोई दुस्साहस करता है तो उसे करारा जवाब मिलेगा।
युद्धविराम के बाद पहली प्रतिक्रिया
गुरुवार को ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम लागू होने के बाद पहली बार खामनेई ने सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने बयान में कहा कि कतर स्थित अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे पर हमला कर ईरान ने यह जता दिया है कि वह दबाव में झुकने वाला देश नहीं है।
ट्रंप पर हमला और इजरायल को चेतावनी
खामनेई ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि रविवार को ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर किए गए अमेरिकी हमले को ट्रंप बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं।
“सच्चाई यह है कि इन हमलों से अमेरिका को कुछ भी हासिल नहीं हुआ। यह हमला सिर्फ इजरायल को हार से बचाने की कोशिश थी।”
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित 10 मिनट के वीडियो संदेश में खामनेई ने अमेरिका और इजरायल दोनों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने साफ कहा कि अगली बार हमला और भी घातक परिणाम लेकर आएगा।