हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो हफ्ते में एक या दो छुट्टियां आपके लिए “इम्यूनिटी बूस्टर” की तरह होती हैं। एक भी छुट्टी रद्द हो जाए तो जैसे सारी ऊर्जा ही खत्म हो जाती है। लेकिन जब जिम्मेदारियां ऊंची होती हैं, तो छुट्टी का मतलब भी बदल जाता है। सोचिए, देश का राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री — कितनी बड़ी जिम्मेदारी का पद! ऐसे में क्या उन्हें भी छुट्टियां मिलती हैं? आइए विस्तार से जानते हैं:
राष्ट्रपति को कितनी मिलती हैं छुट्टियां?
राष्ट्रपति, देश के प्रथम नागरिक होते हैं और उनका पद बहुत जिम्मेदारी भरा होता है। उन्हें सरकार की ओर से उच्च वेतन, शानदार आवास, गाड़ी, सुरक्षा जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं।
- वेतन और सुविधाएं: राष्ट्रपति को हर महीने लगभग 5 लाख रुपये का वेतन मिलता है।
- विशेष आवास: राष्ट्रपति भवन के अलावा, राष्ट्रपति के विश्राम के लिए दो विशेष स्थान भी हैं:
- हैदराबाद में राष्ट्रपति निलयम
- शिमला में रिट्रीट बिल्डिंग
- विश्राम के दौरान भी काम: राष्ट्रपति हर साल कम से कम एक बार इन स्थानों पर प्रवास करते हैं। लेकिन इस दौरान भी उनके सभी सरकारी कार्य वहीं से संचालित होते हैं। राष्ट्रपति चाहे कहीं भी हों, वह हमेशा ऑन ड्यूटी रहते हैं। असल में राष्ट्रपति के पास पारंपरिक मायनों में “छुट्टी” का कोई मतलब नहीं होता।
प्रधानमंत्री को कितनी मिलती हैं छुट्टियां?
प्रधानमंत्री, देश का सबसे महत्वपूर्ण कार्यकारी प्रमुख होता है। उनके बिना कोई भी बड़ा फैसला संभव नहीं है।
- छुट्टियों का कोई प्रावधान नहीं: प्रधानमंत्री के लिए औपचारिक छुट्टियों का कोई प्रावधान नहीं है। 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब एक आरटीआई (सूचना का अधिकार) के तहत सवाल किया गया था कि क्या प्रधानमंत्री छुट्टी लेते हैं।
- आरटीआई का जवाब: प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री हमेशा ऑन ड्यूटी रहते हैं, चाहे वे देश में हों या विदेश दौरे पर।
- स्वयंसेवी समर्पण: नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के उदाहरण से साफ है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने एक भी दिन औपचारिक छुट्टी नहीं ली है। उनके लिए देशसेवा ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।