हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 4 जून 2025
पीलीभीत/सिक्किम। सिक्किम के लाचुंग क्षेत्र में सोमवार को हुए भूस्खलन में पीलीभीत जिले के कलीनगर तहसील के गांव धुरिया पलिया निवासी सिख रेजिमेंट के हवलदार लखविंदर सिंह (38) देश सेवा करते हुए शहीद हो गए। जैसे ही यह खबर गांव पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। घर में कोहराम मच गया, मां और पत्नी बेसुध हो गईं। उनके अंतिम ऑडियो संदेश ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।
“यहां सब ठीक है… मम्मी-पापा से बात नहीं हो पा रही”
शहीद लखविंदर सिंह ने शनिवार को पत्नी रुपिंदर कौर को भेजे आखिरी ऑडियो संदेश में कहा था, “यहां सब ठीक है… बस नेटवर्क की दिक्कत है। मम्मी-पापा से बात नहीं हो पा रही, बता देना सब ठीक है, कल बात करूंगा।” किसी को नहीं पता था कि यह उनकी आखिरी आवाज होगी।
ढाई महीने की बेटी और सात साल का बेटा छोड़ गए पीछे
लखविंदर सिंह अपने पीछे पत्नी, सात वर्षीय बेटे एकमजोत और ढाई महीने की मासूम बेटी को छोड़ गए हैं। बेटी के जन्म के बाद वह 50 दिन की छुट्टी बिताकर 20 अप्रैल को ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी शहादत की खबर से पूरा गांव स्तब्ध है।
गांव के लोग अब भी 2023 में शहीद हुए चचेरे भाई मनतेज सिंह को नहीं भूले थे, कि अब लखविंदर सिंह के बलिदान ने एक और गहरा ज़ख्म दे दिया। दोनों भाइयों ने साथ खेलकर, पढ़ाई कर देशसेवा का सपना देखा था।
बहनोई ने वीडियो कॉल पर बताए हालात
लखविंदर के बहनोई अमरदीप सिंह भी फौज में हैं और सिक्किम में ही तैनात हैं। मंगलवार को उन्होंने वीडियो कॉल पर परिजनों और तहसीलदार वीरेंद्र सिंह को बताया कि लाचुंग क्षेत्र में पिछले छह दिन से हालात खराब हैं और भूस्खलन से कई जवान प्रभावित हुए हैं।
डीएम ज्ञानेंद्र सिंह और एसपी अभिषेक यादव मंगलवार को शहीद के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने बताया कि पार्थिव शरीर बुधवार को गांव लाया जाएगा और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
ग्रामीणों ने मांग की है कि शहीद लखविंदर सिंह और मनतेज सिंह की स्मृति में गांव के दोनों छोर पर शहीद द्वार बनाए जाएं और क्षेत्र के प्रमुख पुल या स्थान का नाम शहीदों के नाम पर रखा जाए।
केंद्रीय मंत्री ने भी जताई संवेदना
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए शहीद को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।