नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वरिष्ठ अधिवक्ता जय अनंत देहाद्राय द्वारा इंटरनेट मीडिया पर किए गए कथित अपमानजनक पोस्ट के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। मोइत्रा ने कोर्ट से अपील की है कि वह दोनों को निर्देश दे कि वे सोशल मीडिया से इन आपत्तिजनक पोस्ट को हटाएं। मामले की अगली सुनवाई 9 मई को होगी।
कोर्ट ने मांगी सफाई, पूछा क्या हटाएंगे पोस्ट?
इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मनमीत पीएस अरोड़ा की पीठ के समक्ष हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के वकील से पूछा कि क्या उनका मुवक्किल फिलहाल पोस्ट हटाने को तैयार है। इस पर दुबे के वकील ने बताया कि उन्हें अभी तक अपने मुवक्किल से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं।
‘पोस्ट से व्यथित हैं’: महुआ मोइत्रा
महुआ मोइत्रा ने कोर्ट में कहा कि वह दुबे और देहाद्राय द्वारा इंटरनेट मीडिया पर डाली गई टिप्पणियों से बेहद व्यथित हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन पोस्ट्स में पुराने और पहले हटाए जा चुके अपमानजनक आरोपों को दोबारा प्रसारित किया गया है। उनका दावा है कि ये पोस्ट उनकी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से किए गए हैं।
‘लोकपाल के फैसले का हवाला पर्याप्त नहीं’
निशिकांत दुबे के वकील ने दलील दी कि पोस्ट लोकपाल द्वारा मोइत्रा के खिलाफ दी गई टिप्पणी और सीबीआई की जांच से जुड़ी जानकारी के आधार पर की गई थी। हालांकि, अदालत ने स्पष्ट किया कि किसी आधिकारिक फैसले का हवाला देने मात्र से यह साबित नहीं होता कि सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियां मानहानिकर नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर नाम लेकर टिप्पणी: दुबे का पलटवार
दुबे के वकील ने यह भी आरोप लगाया कि खुद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर उनके मुवक्किल को आपत्तिजनक नामों से संबोधित किया है, जो स्वीकार्य नहीं है। इस पर अदालत ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पोस्ट से व्यथित है, तो वह संबंधित प्लेटफॉर्म को शिकायत कर सकता है या राहत के लिए अदालत का रुख कर सकता है।
लंबित मानहानि केस में नई याचिका
महुआ मोइत्रा ने पहले से चल रहे मानहानि के एक मामले में यह नई याचिका दाखिल की है। उन्होंने अदालत से अपील की है कि वह निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राय को निर्देश दे कि वे इंटरनेट मीडिया से सभी अपमानजनक सामग्री को तत्काल हटाएं।