हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ सोमवार 26 मई 2025
मुरादाबाद: मुरादाबाद पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना तस्करी करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पेट से दुबई से लाए गए 27 कैप्सूल बरामद किए हैं, जिनका वजन लगभग 1.058 किलोग्राम है। इन कैप्सूलों में छुपा हुआ सोना करीब एक करोड़ रुपये का आंका गया है। इस मामले में कस्टम एक्ट और बीएनएस की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यह मामला 23 मई का है। रामपुर के निवासी जुल्फेकार अली ने पुलिस को फोन कर बताया कि वह और उसके साथी दिल्ली से रामपुर लौट रहे थे। इसी दौरान मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के पुराने टोल के पास उनकी कार को हथियारबंद 5-6 बदमाशों ने रोक लिया। बदमाशों ने उन्हें जबरन जंगल की ओर ले जाने की कोशिश की। लेकिन जुल्फेकार ने मौके की नजाकत को समझते हुए किसी तरह वहां से भागने में कामयाबी हासिल की और पास के इलाके में जाकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने तुरंत ही घेराबंदी कर कार्रवाई शुरू की। थाने के प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान मुठभेड़ की, जिसमें दो बदमाश तौफिक (रामपुर दौराहा) और रजा (काशीपुर, उत्तराखंड) गिरफ्तार कर लिए गए। मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी मूंढापांडे में भर्ती कराया गया। इस कार्रवाई में पुलिस ने कई अवैध असलहे, कारें और अपहृत तस्करों को भी छुड़ाया।
पेट से निकाले गए सोने के कैप्सूल
गिरफ्तार किए गए चार तस्करों — मुत्तलीब, अजरुद्दीन, शाने आलम और जुल्फेकार अली — को संदेह के आधार पर जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां एक्स-रे जांच में उनके पेट में मेटल जैसे कैप्सूल पाए गए। डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार किया गया और पेट से कुल 27 सोने के कैप्सूल बरामद किए गए।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे एक अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह के सदस्य हैं। उनके फाइनेंसर दुबई से ट्रैवल वीजा पर भेजते थे। वहां से वे नकली बिलों पर सोने के कैप्सूल खरीदकर उन्हें पानी के साथ निगल जाते थे। इसके बाद ये कैप्सूल मुंबई एयरपोर्ट तक पहुंच जाते थे। भारत आने के बाद आरोपी घर में केवल फल और हल्का भोजन करते थे ताकि उनका पाचन तंत्र धीमा हो जाए। दो-तीन दिन के अंदर वे मल के जरिए सोने को निकालते और फिर उसे साफ कर फाइनेंसर को सौंप देते थे।
इस तस्करी के पीछे ट्रैवल एजेंट, डॉक्टर और विदेशी फाइनेंसर भी शामिल हैं, जो पूरी योजना को सुनियोजित ढंग से अंजाम देते हैं।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
- शाने आलम पुत्र सगीर अहमद, मोहल्ला रांड, टांडा, रामपुर
- मुत्तलीब पुत्र मोहम्मद सुलेमान, मोहल्ला यूसुफ चाैक, टांडा, रामपुर
- अजरुद्दीन पुत्र मोहम्मद फारूक, मोहल्ला यूसुफ चाैक, टांडा, रामपुर
- जुल्फेकार अली पुत्र अब्दुल कदीर, मोहल्ला नज्जूपुरा, टांडा, रामपुर
बरामदगी और आगे की कार्रवाई
अधिकारियों ने आरोपियों के कब्जे से चार फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट, दो तमंचे, कारतूस, बोलेरो और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोना कैप्सूल दुबई से लेकर आते हैं और फिर भारत में मल के माध्यम से निकालते हैं।