हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 20 मई : 2025
दिल्ली और मेरठ के लाखों यात्रियों के लिए एक नई सौगात तैयार है। देश में पहली बार एक ही ट्रैक पर दो अलग-अलग ट्रेनों—सेमी-हाई-स्पीड ‘नमो भारत’ और अत्याधुनिक मेरठ मेट्रो—का संचालन होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने ली है, जो इसे सार्वजनिक परिवहन का नया मानक बना देगी।
NCRTC ने दोनों सेवाओं के लिए अलग-अलग टाइमटेबल तैयार किया है। नमो भारत फिलहाल हर 15 मिनट में उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही जब सराय काले खां से मोदीपुरम तक पूरा कॉरिडोर चालू हो जाएगा, तो इसकी आवृत्ति हर 10 मिनट हो जाएगी। वहीं, मेरठ मेट्रो यात्रियों को हर 7 मिनट पर सेवा देगी।
- नमो भारत ट्रेन: दिल्ली के न्यू अशोक नगर से लेकर मेरठ साउथ तक 160 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली देश की पहली सेमी-हाई-स्पीड रीजनल ट्रेन।
- मेरठ मेट्रो: मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 120 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली देश की सबसे तेज मेट्रो सेवा। इसमें कुल 13 स्टेशन होंगे।
संचालन के लिए एक केंद्रीय ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (OCC) बनाया गया है, जहां से दोनों ट्रेनों की निगरानी होगी। इसमें विश्व की सबसे आधुनिक LTE तकनीक के साथ ETCS लेवल-2 सिग्नलिंग सिस्टम लागू किया गया है।
इस सिस्टम के अंतर्गत:
- ATP (Automatic Train Protection): ट्रेन की स्पीड और सिग्नल अनुपालन सुनिश्चित करता है।
- ATS (Automatic Train Supervision): परिचालन और टाइमटेबल को ट्रैक करता है।
- Platform Screen Doors (PSD) भी सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़े होंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
मेरठ के कई स्टेशनों पर ‘आइलैंड प्लेटफॉर्म’ बनाए गए हैं, जहां दोनों ट्रेनें एक ही प्लेटफॉर्म पर रुकेंगी। इससे यात्रियों को एक ट्रेन से उतरकर बिना सीढ़ियों या लिफ्ट के दूसरी ट्रेन पकड़ने की सुविधा होगी। उदाहरणस्वरूप, बेगमपुल स्टेशन पर नमो भारत से उतरकर सीधा मेट्रो पकड़ी जा सकेगी।
टिकट खरीदना बेहद आसान होगा। यात्री:
- काउंटर, टिकट वेंडिंग मशीन, कैश, कार्ड और UPI के जरिए टिकट ले सकते हैं।
- ‘नमो भारत कनेक्ट’ ऐप से टिकट खरीद सकेंगे। इस ऐप में ‘जर्नी प्लानर’ की सुविधा भी मिलेगी।
- DMRC ऐप और IRCTC ऐप से भी जल्द ही इन सेवाओं के टिकट उपलब्ध होंगे।
दोनों सेवाओं में अंतर
विशेषता | नमो भारत ट्रेन | मेरठ मेट्रो |
---|---|---|
कोच | 6 (1 प्रीमियम, 1 महिला) | 3 (महिला, बुजुर्ग, दिव्यांग सीटें) |
गति | 160 किमी/घंटा | 120 किमी/घंटा |
पहचान | मरून रंग की पट्टी | पैरट ग्रीन रंग व तिरंगा डिज़ाइन |
प्लेटफॉर्म शेयरिंग | आइलैंड प्लेटफॉर्म (कुछ स्टेशनों पर) | आइलैंड प्लेटफॉर्म (संयुक्त सेवा) |
कॉरिडोर की कुल लंबाई और कनेक्टिविटी
- नमो भारत कॉरिडोर: 82 किमी लंबा, 16 स्टेशन
- मेरठ मेट्रो: 23 किमी लंबी, 13 स्टेशन
कई स्टेशनों को भारतीय रेलवे, दिल्ली मेट्रो और बस डिपो से जोड़ा गया है। मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम प्रमुख जंक्शन बनेंगे, जहां दोनों सेवाएं मिलेंगी। इनमें से मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे, बाकी एलिवेटेड।
क्या होगा फायदा?
- यात्रा का समय होगा बेहद कम
- ट्रैफिक से छुटकारा
- दैनिक यात्रियों को आरामदायक और सस्ती सेवा
- मेरठ शहर के अंदर मेट्रो के जरिए तेज कनेक्टिविटी
- क्षेत्रीय विकास को मिलेगा नया आयाम