हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: गुरुवार 19 जून 2025
नई दिल्ली/अहमदाबाद। 12 जून 2025 को एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के हादसे में 270 से अधिक लोगों की जान गई थी। इस भीषण त्रासदी की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। एअर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने बताया कि उड़ान से पहले विमान और उसके इंजन में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई थी। अहमदाबाद में हादसे को लेकर उन्होंने जानकारी दी कि विमान का रखरखाव नियमित रूप से किया गया था। आखिरी बड़ी जांच जून 2023 में और अगली जांच दिसंबर 2025 के लिए तय थी। दाहिने इंजन की मरम्मत मार्च 2025 में तथा बाएं इंजन का निरीक्षण अप्रैल 2025 में हुआ था।
14 जून को डीजीसीए के निर्देश पर एयर इंडिया ने अपने 33 बोइंग 787 विमानों की गहन जांच शुरू की। इनमें से 26 का निरीक्षण पूरा हो चुका है और उन्हें सेवा में वापस लाया जा चुका है। बाकी विमानों की अतिरिक्त जांच प्रक्रिया जारी है।
विल्सन ने कहा कि अब तक की जांच से स्पष्ट है कि एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े और रखरखाव प्रणाली सुरक्षा मानकों पर पूरी तरह खरे उतरे हैं।

ब्लैक बॉक्स डिकोडिंग का निर्णय जल्द
हादसे में विमान के दो ब्लैक बॉक्स (DFDR और CVR) बरामद किए गए हैं। पहला सेट 13 जून और दूसरा 16 जून को मिला। नागर विमानन मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग भारत में होगी या विदेश में – इसका निर्णय एएआईबी (Aircraft Accident Investigation Bureau) तकनीकी, सुरक्षा और गोपनीयता के आधार पर करेगा।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से चल रही जांच
हादसे की जांच AAIB की बहु-अनुशासनिक टीम कर रही है। इसमें अमेरिका की NTSB और विमान निर्माता कंपनी की टीमें भी ICAO नियमों के तहत शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन व अन्य एजेंसियां भी पूरी तरह सहयोग कर रही हैं।
मंत्रालय ने मीडिया और नागरिकों से अपील की है कि बिना पुष्टि के अफवाहें न फैलाएं और जांच एजेंसियों को निष्पक्षता से काम करने दिया जाए।