हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 7 मई : 2025,
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की जान चली गई। इसके बाद भारत सरकार ने इस आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति पर काम शुरू किया।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य: आतंकियों को जवाब, निर्दोषों को सुरक्षा
भारतीय सेना द्वारा चलाया गया “ऑपरेशन सिंदूर” एक सर्जिकल और सटीक सैन्य कार्रवाई थी।
कर्नल सोफिया कुरैशी, जो ऑपरेशन से जुड़ीं वरिष्ठ अधिकारी हैं, ने प्रेस को बताया:
“ऑपरेशन के दौरान कुल 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया। इनमें से कई ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग सेंटर थे। मरकज सुभानअल्लाह जैसे ठिकानों को ध्वस्त किया गया, जहां आतंकियों को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए ट्रेनिंग दी जाती थी।”
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई में किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और नागरिकों की सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखा गया।
मुंबई हमले से जुड़े आतंकियों के ठिकाने भी किए गए ध्वस्त
कर्नल सोफिया ने यह भी बताया कि 2008 के मुंबई हमलों से जुड़े आतंकियों के जिन ठिकानों का इस्तेमाल आज भी किया जा रहा था, उन्हें भी इस ऑपरेशन में टारगेट किया गया।
“इन आतंकियों को पाकिस्तान स्थित आतंकी कैम्प में ट्रेनिंग दी गई थी। यही कैंप मार्च 2025 में जम्मू-कश्मीर में चार भारतीय जवानों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।”
विदेश सचिव विक्रम मिसरी का बड़ा बयान: पाकिस्तान बना आतंकवादियों की शरणस्थली
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट शब्दों में कहा:
“पाकिस्तान ने अब तक इन आतंकवादियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है। उल्टा भारत पर आरोप लगाए जा रहे हैं। पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ‘टीआरएफ’ नामक संगठन ने ली है, जो सीधे तौर पर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। पाकिस्तान अब वैश्विक मंच पर आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना बन चुका है।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत के पास हमलावरों की पहचान और उनके पाकिस्तानी संबंधों से जुड़े ठोस प्रमाण हैं।
गृह मंत्री ने सुरक्षा समीक्षा की, सीमा क्षेत्रों में बंकरों की तैयारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने BSF के डीजी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से संपर्क किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले नागरिकों को बंकरों में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए।
“नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है,” — अमित शाह
ऑपरेशन सिंदूर का संदेश: आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति
इस पूरे ऑपरेशन से यह संदेश साफ है कि भारत अब आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर, न सिर्फ आतंकियों को सबक है, बल्कि यह भारत की सुरक्षा नीति, कूटनीतिक शक्ति और सैन्य रणनीति का स्पष्ट प्रदर्शन भी है।