हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 8 मई : 2025,
नई दिल्ली, 8 मई — भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान द्वारा मारे गए आतंकियों को राजकीय सम्मान देने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत अजीब है कि पाकिस्तान में आतंकियों को ताबूतों में राष्ट्रीय ध्वज लपेटकर अंतिम विदाई दी जा रही है और उनके अंतिम संस्कार में सेना के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “आतंकियों को राजकीय अंतिम संस्कार देना पाकिस्तान में एक प्रथा हो सकती है, लेकिन यह हमारे लिए कोई मायने नहीं रखती।”
पाकिस्तान के जन्म से ही झूठ की शुरुआत: मिस्री
विदेश सचिव ने पाकिस्तान की भूमिका पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सहित वैश्विक मंचों पर लगातार झूठ फैलाया है और आतंकवाद को संरक्षण देने का काम किया है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के जन्म लेते ही झूठ शुरू हो गया था। वह लगातार हर समझौते की राह में रोड़ा बनता रहा है।”
भारत ने केवल आतंकी शिविरों को बनाया निशाना
सात मई को भारत द्वारा किए गए सैन्य अभियान पर बोलते हुए विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा, “हमने किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया है।”
पुंछ में सिख गुरुद्वारे पर हमला, तीन की मौत
विदेश सचिव ने जानकारी दी कि पाकिस्तान की ओर से भारत के पुंछ में एक सिख गुरुद्वारे पर हमला किया गया, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि यह हमला विशेष रूप से सिख समुदाय को लक्षित करके किया गया और भारत इसकी कड़ी निंदा करता है।
पाकिस्तान आतंकियों का गढ़: ओसामा बिन लादेन का उदाहरण
विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान की छवि अब वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में स्थापित हो चुकी है। उन्होंने कहा, “मुझे यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि ओसामा बिन लादेन को कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था। पाकिस्तान आज भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित कई आतंकियों का ठिकाना बना हुआ है।”
पाकिस्तान के नेताओं के आतंकी संगठनों से रिश्ते
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री खुद स्वीकार कर चुके हैं कि उनके आतंकियों से संबंध रहे हैं। उन्होंने पहलगाम हमले की जांच की पाकिस्तान की मांग को लेकर भी कहा कि भारत पहले ही मुंबई, पुलवामा और पठानकोट जैसे हमलों के सबूत सौंप चुका है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी कोई कदम नहीं उठाया।
भारत का जवाबी हमला और ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय सेना की कार्रवाई का ज़िक्र करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर की गई गोलीबारी में 15 भारतीय नागरिकों की मौत हुई, जिसका भारत ने सख्त जवाब दिया। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि सैन्य अड्डों को।
लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को किया गया निष्क्रिय
विदेश सचिव ने कहा कि भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर स्थित पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने इस कार्रवाई को मजबूरी में अंजाम दिया ताकि पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोका जा सके।
चीन ने नहीं दी पाकिस्तान को मदद
चीन ने भारत-पाक तनाव के बीच स्पष्ट किया है कि वह पाकिस्तान की कोई सैन्य मदद नहीं कर रहा। बीजिंग में एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
सिंधु जल संधि पर भी कड़ा रुख
विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत ने सिंधु जल संधि का छह दशकों तक सम्मान किया है, लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा इसमें अड़चनें डालीं। मौजूदा तनाव के बीच भारत ने चिनाब नदी पर बने सलाल बांध के तीन गेट और बगलिहार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के दो गेट खोल दिए हैं।