हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 24 जुलाई 2025
नई दिल्ली, 24 जुलाई: संसद के मानसून सत्र के दौरान गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही लगातार चौथे दिन बाधित रही। विपक्षी दलों ने बिहार की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों और एसआईआर (समान नागरिक संहिता) जैसे मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। परिणामस्वरूप, सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी—पहले दोपहर 2 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए शुक्रवार सुबह 11 बजे तक।
सुबह 11 बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसद आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे और तख्तियां लहराईं। इन तख्तियों पर एसआईआर विरोधी नारे लिखे थे। हंगामे के बीच ही पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रश्नकाल में कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास किया, लेकिन लगातार बढ़ते शोर के कारण लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने विपक्ष से शांति बनाए रखने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील की, लेकिन उनकी बातों का असर नहीं हुआ और उन्हें कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
दोपहर 2 बजे जब कार्यवाही पुनः शुरू हुई, तो विधि और न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने विपक्षी दलों से “गोवा राज्य विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का समायोजन विधेयक, 2024” पर चर्चा में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह विधेयक एसटी समुदाय के हितों से जुड़ा है और इसे राजनीति से ऊपर रखकर देखा जाना चाहिए। बावजूद इसके, विपक्ष का शोरगुल जारी रहा और कोई सकारात्मक संवाद नहीं हो सका।
कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे पीठासीन सभापति कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने जानकारी दी कि उन्हें कुछ कार्य स्थगन प्रस्ताव मिले हैं, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने उनमें से किसी को भी अनुमति नहीं दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्राप्त अनुरोधों पर उपयुक्त समय पर चर्चा होगी।
हंगामा रुकता न देख, कार्यवाही को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में लगातार चौथे दिन की यह बाधा आगामी दिनों में भी संसद के सुचारु संचालन को लेकर चिंता बढ़ा रही है।