हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 11 मई : 2025,
नई दिल्ली। भारत द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज अब पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को सिर्फ सैन्य मोर्चे पर ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक, रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी झकझोर कर रख दिया है। चार दिनों के भीतर बिना किसी औपचारिक युद्ध की घोषणा किए भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान को घुटनों पर ला खड़ा किया, उसे लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी तेज हो गई है।
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत की इस सधी हुई कार्रवाई की जोरदार सराहना करते हुए इसे ‘क्षेत्रीय महाशक्ति की पहचान’ करार दिया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए अपने पोस्ट में सालेह ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तुलना पाकिस्तान के ‘ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस’ से करते हुए कहा कि भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह अब सिर्फ प्रतिक्रिया देने वाला देश नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई करने वाला राष्ट्र बन चुका है।
‘आतंक और उसे शह देने वालों में अब फर्क नहीं’: भारत ने बदली धारणा
अमरुल्लाह सालेह ने अपने बयान में लिखा,
“पहली बार भारत ने इस धारणा को तोड़ा कि आतंकवाद और उसे शह देने वाले अलग-अलग होते हैं। इस बार दोनों को एक ही तराजू पर रखकर निशाना बनाया गया है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने यह संदेश दे दिया है कि अब आतंक फैलाने की किसी भी हरकत के लिए पूरा पाकिस्तान एक जिम्मेदार राष्ट्र राज्य के रूप में देखा जाएगा। अब यह मान्यता नहीं चलेगी कि सिर्फ कुछ ‘दुष्ट अधिकारी’ ही इसके पीछे हैं।
सधे हुए कदम, लेकिन करारा वार
भारत ने इस पूरे ऑपरेशन के दौरान कोई शोर-शराबा नहीं किया, लेकिन जमीन पर कार्रवाई इतनी असरदार रही कि पाकिस्तान न केवल अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ा, बल्कि उसकी आंतरिक सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता भी हिल गई।