हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 23 अप्रैल: 2025,
लखनऊ:
किशोरी से दुष्कर्म के एक पुराने मामले में सजा से बचने के लिए कोर्ट में फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र दाखिल कर फरार चल रहे आरोपी को आखिरकार विभूतिखंड पुलिस ने पकड़ लिया है। यह गिरफ्तारी मंगलवार को लखनऊ के चिनहट इलाके से की गई।
साल 2015 का मामला, 2019 में मिली थी जमानत
आरोपी सुशील उर्फ रमेश उर्फ सोनू पाठक, मूल रूप से बस्ती जिले के हरैया का रहने वाला है। 2015 में किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में जेल गया था। जेल जाने के बाद उसके माता-पिता ने उससे रिश्ता तोड़ लिया था। 2019 में वह जमानत पर छूटा और फिर कोर्ट में नियमित पेश होता रहा।
गवाही पूरी होने के बाद भागने की रची साजिश
2024 में जब केस की गवाही पूरी हो गई और कोर्ट फैसला सुनाने वाला था, तो सुशील को सजा का डर सताने लगा। इससे बचने के लिए उसने कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से एक फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र दाखिल कराया।
फर्जीवाड़ा उजागर होते ही कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट
कोर्ट को जब प्रमाणपत्र पर शक हुआ तो उसकी जांच कराई गई। जांच में यह प्रमाणपत्र पूरी तरह फर्जी निकला। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया और पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी।
20 हजार का इनामी और कुर्की की कार्रवाई
सुशील पर पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जा चुकी थी।
हुलिया बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा
पुलिस के अनुसार आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी पहचान पूरी तरह बदल दी थी। वह पगड़ी, लंबी दाढ़ी और मूंछ रखकर अलग रूप में रहता था। समय-समय पर ठिकाने बदलता रहता था।
शटरिंग का काम कर रहा था चिनहट में
वर्तमान में आरोपी चिनहट के जयपाल खेड़ा इलाके में रहकर शटरिंग का काम कर रहा था। पुलिस ने उसे सर्विलांस की मदद से पकड़ लिया।