हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑16 मई : 2025
पटना/दरभंगा, 16 मई 2025 — बिहार की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दरभंगा दौरे और उनके ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम को लेकर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और उनके व्यवहार को “राजनीतिक नाटक” करार दिया।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, “अब जब राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, तो उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्जा प्राप्त है। ऐसे पद पर रहते हुए जिम्मेदारी की भावना होनी चाहिए। नाटक करना ठीक नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “अच्छा होता कि राहुल गांधी पाकिस्तान की ओर से हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलते, उनके आंसू पोछते। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा घायल पुलिस जवानों से अस्पताल में जाकर मिलते या जहां सेना ने विजय पाई है, वहां जाकर जवानों का हौसला बढ़ाते।” रविशंकर प्रसाद के इस बयान को कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल गांधी ने गुरुवार, 15 मई को दरभंगा के एक छात्रावास में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम के तहत छात्रों को संबोधित किया। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति नहीं ली गई थी। बावजूद इसके, राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की शिक्षा नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।
राहुल गांधी की यह इस साल की चौथी बिहार यात्रा थी। इससे पहले वह जनवरी, फरवरी और अप्रैल में भी राज्य का दौरा कर चुके हैं। कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कमर कस ली है, और राहुल गांधी राज्य में पार्टी की गतिविधियों को सक्रिय बनाए रखने के लिए लगातार दौरे कर रहे हैं।
राहुल गांधी का फोकस इस बार युवाओं, छात्रों और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर केंद्रित दिख रहा है। ‘शिक्षा न्याय संवाद’ के तहत वे राज्यभर के छात्रों से संवाद कर रहे हैं और बीजेपी सरकार की शिक्षा और रोजगार नीतियों को विफल बता रहे हैं।
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि वह इस बार अपने पुराने प्रदर्शन में सुधार कर सकेगी। राहुल गांधी की बार-बार बिहार यात्रा, छात्र संवाद और कार्यकर्ता मीटिंग्स को कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका लक्ष्य है पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना और मतदाताओं से सीधे जुड़ाव बनाना।