हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 24 अप्रैल: 2025,
अयोध्या, उत्तर प्रदेश:
रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को अब पार्किंग की समस्या से राहत मिलने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक बड़ी योजना के तहत मांझा जमथरा के पास 35 एकड़ सरकारी भूमि पर आधुनिक ओपन सरफेस पार्किंग सुविधा विकसित करने का निर्णय लिया है। इस परियोजना पर लगभग 165 करोड़ रुपये (16557.74 लाख रुपये) की लागत आएगी और इसे इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) मोड पर तैयार किया जा रहा है।
पार्किंग क्षमता और सुविधाएं
- 475 वाहनों की पार्किंग क्षमता।
- सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड और फायर सेफ्टी उपकरणों से युक्त।
- हरे-भरे पौधों से सुसज्जित वातावरण, जो न सिर्फ पर्यावरण को शुद्ध बनाएगा बल्कि स्थान की सुंदरता भी बढ़ाएगा।
बनेगा पांच मंजिला भवन, जिसमें होंगी डोरमेट्री और दुकानें
पार्किंग क्षेत्र के पास एक पांच मंजिला भवन भी बनाया जाएगा:
- 2 डोरमेट्री, जो श्रद्धालुओं को ठहरने की सुविधा देंगी।
- 13 दुकानें, जहां स्थानीय उत्पाद, प्रसाद और आवश्यक वस्तुएं मिलेंगी। इससे स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि
जनवरी 2024 में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इस वजह से पार्किंग और ट्रैफिक व्यवस्था एक बड़ी चुनौती बन गई थी। यह नया ओपन सरफेस पार्किंग प्रोजेक्ट इन समस्याओं के समाधान में अहम भूमिका निभाएगा।
क्या होती है ओपन सरफेस पार्किंग?
ओपन सरफेस पार्किंग एक ऐसी प्रणाली होती है जिसमें वाहन एक खुली जगह में सतही स्तर पर खड़े किए जाते हैं, न कि किसी भूमिगत या मल्टीलेवल भवन में।
इसके निर्माण में कम लागत और समय लगता है, और इसकी देखरेख भी आसान होती है। खासकर भीड़भाड़ वाले धार्मिक स्थलों के लिए यह एक उत्तम विकल्प माना जाता है।
रोजगार और स्थानीय विकास में योगदान
इस परियोजना से अयोध्या के स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा:
- निर्माण कार्य में श्रमिकों, इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों की जरूरत।
- निर्माण के बाद डोरमेट्री और दुकानों के संचालन में भी स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा।
अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में एक और कदम
यह योजना योगी सरकार के उस विजन का हिस्सा है, जिसमें अयोध्या को एक आधुनिक और विश्वस्तरीय धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। सड़कों, होटलों, पुलों और अन्य ढांचागत विकास योजनाओं के साथ यह पार्किंग सुविधा श्रद्धालुओं की यात्रा को और भी सुगम व आरामदायक बनाएगी।