हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए में अबतक कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर बैठकों का दौर जारी है। इस बीच गठबंधन में दो बड़े नेताओं की नाराजगी ने माहौल और तनावपूर्ण कर दिया है।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बातचीत में कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा अभी शुरुआती चरण में है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सारी बातें फाइनल नहीं होतीं, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। दिल्ली में भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडे ने मंगलवार (7 अक्टूबर) को चिराग से बैठक की थी। सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने कम से कम 40 ‘जिताऊ सीटों’ की मांग रखी है। उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 में उनकी पार्टी ने सभी 5 सीटें जीती थीं और विधानसभा चुनाव में भी सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
सिर्फ चिराग ही नहीं, HAM नेता जीतन राम मांझी भी सीट बंटवारे में अड़ंगे डाल रहे हैं। मांझी 15 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि उन्हें सिर्फ 5-6 सीटें ऑफर की गई हैं। पिछले चुनाव में उनकी पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 4 सीटें जीती थीं। मांझी का कहना है कि उन्हें इतनी सीटें दी जाएं कि HAM विधानसभा में मजबूत हो सके। मांझी 8 अक्टूबर को असम जा सकते हैं और 10 अक्टूबर को दिल्ली लौटेंगे।
विश्लेषकों का मानना है कि चिराग और मांझी की नाराजगी के चलते NDA को सीट बंटवारे में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। खासकर चिराग पासवान के तेवर और संभावित गठबंधन विकल्पों को देखते हुए BJP के लिए यह चुनौती बड़ी हो सकती है। एनडीए के लिए अब यह अहम है कि जल्द ही गठबंधन संतुलन कायम करे, अन्यथा चुनाव रणनीति प्रभावित हो सकती है।