हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:5 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “सबको शिक्षा” के संकल्प को श्रावस्ती जिले ने मूर्त रूप दिया है। आरटीई (निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा अधिकार) अधिनियम के तहत बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिलाने के मामले में श्रावस्ती ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 में श्रावस्ती में आरटीई के अंतर्गत लक्ष्य के सापेक्ष 98.92% बच्चों को दाखिला दिलाया गया। इस प्रयास में गोंडा ने दूसरा और बस्ती ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल जिले के शिक्षा अधिकारियों की सक्रियता का परिणाम है, बल्कि सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में एक ठोस कदम भी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेशभर में आरटीई के तहत वंचित वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाया जा रहा है, जिनका पूरा खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। इस योजना के तहत हजारों गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है।
इस अभियान को और सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं भी कई उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। मुरादाबाद की एक बच्ची का निजी विद्यालय में दाखिला सीएम योगी के निर्देश पर ही कराया गया था, जिससे पूरे प्रदेश में जागरूकता का वातावरण बना।
श्रावस्ती प्रशासन ने आरटीई आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया, जिससे अधिक से अधिक अभिभावकों ने अपने बच्चों का नामांकन कराया। शिक्षा के इस मॉडल को अब अन्य जिलों में भी अपनाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है, बल्कि सामाजिक समरसता और समान अवसर के आदर्शों को भी मजबूती दे रहा है।