हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 4 जून 2025
आगरा (सिकंदरा)। यमुना नदी में नहाने गई छह किशोरियों की डूबने से मौत हो गई। हादसा थाना सिकंदरा क्षेत्र के गांव नगला नाथू में हुआ, जहां तीन सगी बहनों समेत छह बच्चियां यमुना में बने खनन के गहरे गड्ढे में फंस गईं। गड्ढे से निकल नहीं पाने के कारण सभी की मौत हो गई। घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया है।
मृतकों में नगला नाथू निवासी सुरेशचंद्र की बेटियां मुस्कान (18), दिव्या (15), संध्या उर्फ कंचन (12) शामिल हैं। इनके अलावा उनकी रिश्तेदार नैना (14) पुत्री दिनेश, शिवानी (17) पुत्री अशोक कुमार (नगला रामबल), और सोनम (12) पुत्री अशोक (टेढ़ी बगिया) भी शामिल थीं। ये सभी आपस में मौसेरी और चचेरी बहनें थीं।

खानापूर्ति तक सीमित हैं प्रशासनिक इंतजाम
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यमुना नदी में हो रहे अवैध खनन के कारण नदी के तल में गहरे गड्ढे बन गए हैं। ये गड्ढे पहले भी कई लोगों की जान ले चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन सुरक्षा के स्थायी इंतजाम करने में नाकाम रहा है। न तो घाटों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं, न ही बैरिकेडिंग की जाती है।

घाटों पर नहीं हैं पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम
सिकंदरा के कैलाश घाट, रुनकता के शनिदेव मंदिर घाट, ककरैठा, बाईंपुर, ट्रांस यमुना के शोभा नगर, एत्माद्दौला के नगला बिहारी, प्रकाश नगर, रामबाग पार्क, स्ट्रैची ब्रिज, 11 सीढ़ी, खंदौली क्षेत्र का पोइया घाट और बल्केश्वर जैसे इलाकों में हर साल कई लोग डूबकर जान गंवाते हैं। खासकर ट्रांस यमुना और एत्माद्दौला क्षेत्र में डूबने की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं।

पुलिस आयुक्त की अपील
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि गंगा दशहरा जैसे अवसरों पर घाटों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बिना सुरक्षा इंतजामों के अपने बच्चों को यमुना में न भेजें। तैराकी नहीं आने की स्थिति में नदी में न उतरें, क्योंकि गहराई का अंदाजा न होना हादसे की बड़ी वजह बनता है।