हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 7 मई : 2025,
लखनऊ – समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर ब्राह्मण समाज के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। सपा मुख्यालय पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद ये बातें कहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, “यह सरकार ब्राह्मणों को जानबूझकर निशाना बना रही है। उन्हें तिलक और हाता पसंद नहीं, क्योंकि वे जानते हैं कि ब्राह्मण उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर कर सकते हैं। इसलिए यह सब कार्रवाई राजनीतिक मकसद से की जा रही है।”
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को “निवर्तमान मुख्यमंत्री” बताते हुए कहा, “जब कोई मुख्यमंत्री जाने वाला होता है, तभी ऐसे अन्याय ज्यादा होते हैं। उत्तर प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री हैं, लेकिन हालात नहीं सुधरते।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे कानपुर देहात में एक ब्राह्मण परिवार को जिंदा जला दिया गया और पीड़ित परिवार को न्याय की जगह अपमान सहना पड़ा। इसी तरह जौनपुर की एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “टिकटॉक वीडियो बनाने पर एक बच्चे को पुलिस ने उठा लिया और पिता से पैसे मांगने लगे। जब पैसे नहीं मिले तो बच्चे की पिटाई से उसकी मौत हो गई।”
अखिलेश यादव ने कहा, “हम हर पीड़ित और दुखी व्यक्ति के साथ हैं। ब्राह्मण समाज भी हमारे पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) में शामिल हैं। पीडी लिखने वाले ब्राह्मण पहले से ही पीडीए में हैं। हम सब मिलकर इस अन्यायकारी सरकार को हटाएंगे।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में हिरासत में मौतों की संख्या सबसे ज्यादा है। “पुलिस को ये आजादी कौन दे रहा है?” उन्होंने सवाल उठाया।
सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पर पुलिस का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा, “जब आप विधानसभा में ‘ठोक दो’ बोलते हैं, जब आप अपने विरोधियों को जेल भेजते हैं, तो सब स्पष्ट हो जाता है। आजम खान साहब को जेल भेजा गया, यह उसी राजनीति का हिस्सा है।”
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने प्रजापति जी के परिवार को वोट के बदले मुकदमे खत्म करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज भी वे जेल में हैं। यह लोग वोट के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
अखिलेश यादव का यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने वाले समय में ब्राह्मण समाज की भूमिका और सपा की रणनीति को रेखांकित करता है।