हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 4 मई : 2025,
वाराणसी। प्रसिद्ध योग गुरु और पद्मश्री सम्मानित शिवानंद जी का शनिवार की रात निधन हो गया। वह 129 वर्ष के थे और लंबे समय से योग साधना में लीन रहे। बीएचयू के अस्पताल में उन्होंने रात 8:30 बजे अंतिम सांस ली। बीएचयू अस्पताल के डॉक्टर देवाशीष ने पुष्टि की कि बीते तीन दिनों से शिवानंद जी का स्वास्थ्य खराब था और वे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे।
शनिवार देर रात उनका पार्थिव शरीर दुर्गाकुंड स्थित उनके आश्रम लाया गया, जहां उनके शिष्यों और अनुयायियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। शिष्यों ने जानकारी दी कि उनका अंतिम संस्कार रविवार को हरिश्चंद्र घाट पर किया जाएगा।
शिवानंद जी योग साधना को जीवन का मुख्य उद्देश्य मानते थे। वे अन्न नहीं खाते थे और तपस्वी जीवन शैली अपनाते थे। उनके अनुयायियों का दावा है कि वे देश के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थे। उन्हें 2022 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया था।
शिवानंद जी की योग साधना की प्रसिद्धि केवल भारत तक सीमित नहीं थी, वे महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में भी भाग लेते रहे थे। उन्होंने अपने जीवन को पूर्ण रूप से योग, संयम और सेवा को समर्पित कर दिया था और जीवन भर दूसरों को भी योग अपनाने के लिए प्रेरित करते रहे।
उनकी विदाई के साथ ही एक युग का अंत हो गया है। योग की दुनिया ने एक सच्चे साधक और मार्गदर्शक को खो दिया है।