हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
क्षेत्रीय अध्यक्षों से लेकर अग्रिम मोर्चों तक बड़े फेरबदल की तैयारी, जातीय संतुलन साधेंगे नए कैप्टन
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी संगठन को पूरी तरह धार देने की तैयारी में जुट गई है। लंबे इंतज़ार के बाद प्रदेश को नया अध्यक्ष मिलने के साथ ही अब नई प्रदेश टीम के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस बार बदलाव सिर्फ नामों का नहीं बल्कि रणनीति और सामाजिक संतुलन के लिहाज़ से बेहद अहम होगा।
क्षेत्रीय अध्यक्षों और अग्रिम मोर्चों में बदलाव तय
बीजेपी की नई टीम में क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ-साथ सभी अग्रिम मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाएंगे। पार्टी नेतृत्व का साफ संदेश है कि पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसी के आधार पर नए चेहरे सामने आ सकते हैं और कुछ पुराने चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
नाराज़गी से बचने की रणनीति
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना है कि जिन क्षेत्रीय अध्यक्षों को हटाने से असंतोष की आशंका होगी, उन्हें प्रदेश संगठन में समायोजित किया जा सकता है। इससे एक ओर संगठनात्मक संतुलन बना रहेगा, वहीं अनुभवी नेताओं का उपयोग भी किया जा सकेगा।
स्वतंत्र देव सिंह की टीम अब भी सक्रिय
फिलहाल पार्टी के मीडिया विभाग, आईटी सेल, सोशल मीडिया और अन्य प्रकोष्ठों में अब भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की टीम काम कर रही है। भूपेंद्र चौधरी के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव, उपचुनाव और संगठनात्मक कार्यक्रमों के चलते नई टीमें गठित नहीं हो सकीं।
पंकज चौधरी बनाएंगे अपनी टीम
नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी अपनी पसंद और भरोसे के आधार पर टीम तैयार करेंगे। सूत्रों की मानें तो इस बार अनुभवी और ज़मीनी कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसके चलते कई मौजूदा पदाधिकारियों की भूमिका बदली जा सकती है या वे संगठन से बाहर भी हो सकते हैं।
टीम गठन की प्रक्रिया और अंतिम मुहर
टीम गठन के पहले चरण में पंकज चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के बीच मंथन होगा। इसके बाद तैयार पैनल को प्रदेश कोर कमेटी और आरएसएस के साथ चर्चा के लिए रखा जाएगा। कोर कमेटी से सहमति के बाद यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के पास भेजा जाएगा। अंतिम मंजूरी के बाद ही नई टीम की घोषणा होगी।
अग्रिम मोर्चों में नए चेहरों की तैयारी
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष गीता शाक्य, युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष कुंवर बासित अली, किसान मोर्चा अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप, एससी मोर्चा अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया और एसटी मोर्चा अध्यक्ष संजय गोंड अपने-अपने दो कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। ऐसे में इन सभी पदों पर नए चेहरों की तैनाती लगभग तय मानी जा रही है।
युवा और महिला मोर्चा पर खास नजर
युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आशीष कुमार सिंह आशू (विधायक, बिलग्राम मल्लावां), वरुण गोयल और हर्षवर्धन सिंह को मजबूत दावेदार माना जा रहा है। संगठन सूत्रों के अनुसार, यदि युवा मोर्चा अध्यक्ष पद पर ठाकुर या वैश्य समाज से किसी को मौका मिलता है, तो महिला मोर्चा की कमान किसी ब्राह्मण महिला कार्यकर्ता को सौंपी जा सकती है।
कुल मिलाकर, पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी का यह संगठनात्मक फेरबदल चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है, जो आने वाले चुनावी समर में पार्टी की दिशा और दशा तय करेगा।













