हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 24 अप्रैल: 2025,
भारत का कड़ा रुख, पाकिस्तान में मची खलबली
जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई निर्णायक कदम उठाए हैं। इन कार्रवाइयों से पाकिस्तान में घबराहट का माहौल पैदा हो गया है। भारत की प्रतिक्रिया से परेशान होकर पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित अली ने शहबाज सरकार को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
भारतीय नौसेना का शक्ति प्रदर्शन: अरब सागर में दिखाई ताकत
भारत ने सिर्फ कूटनीतिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि सैन्य स्तर पर भी अपनी तैयारियों का प्रदर्शन किया है। भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर यह संकेत दिया है कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। इस शक्ति प्रदर्शन से पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है, और उसे युद्ध की आशंका सताने लगी है।
पूर्व उच्चायुक्त की चेतावनी: “भारत ले सकता है बड़ा एक्शन”
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित अली ने आशंका जताई है कि भारत एक हफ्ते के भीतर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2016 के उरी और 2019 के पुलवामा हमलों के बाद भारत ने जिस तरह से जवाबी कार्रवाई की थी, वैसा ही कुछ एक बार फिर देखने को मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आतंकियों के लॉन्च पैड और शिविरों पर कार्रवाई कर सकता है।
सिंधु जल संधि पर फिर छिड़ा विवाद
अब्दुल बासित अली ने सिंधु जल संधि के मुद्दे पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत इस संधि को समाप्त या निलंबित नहीं कर सकता, लेकिन पाकिस्तान को इस मुद्दे पर विश्व बैंक से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने भारत पर अंतरराष्ट्रीय दायित्वों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह भारत की वैश्विक छवि के लिए नुकसानदायक है।
कानून-व्यवस्था पर खतरे की चेतावनी
अब्दुल बासित ने अपनी ही सरकार को आगाह करते हुए कहा कि पाकिस्तान को कानून-व्यवस्था की अस्थिरता के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों में संभावित आतंकवादी गतिविधियों की ओर भी इशारा किया, जो भारत की प्रतिक्रिया का हिस्सा हो सकती हैं।